नेपाल को महिलाओं के दृष्टिबाधित क्रिकेट विश्व कप के तटस्थ स्थल के रूप में हटाया गया
सुधीर नमिता
- 11 Sep 2025, 04:56 PM
- Updated: 04:56 PM
नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) नेपाल में चल रही उथल-पुथल के कारण आयोजकों ने इस साल नवंबर में भारत में होने वाले पहले महिला टी20 दृष्टिबाधित क्रिकेट विश्व कप के लिए काठमांडू को तटस्थ स्थल के रूप में हटा दिया है और पाकिस्तान के मैचों की मेजबानी के लिए एक वैकल्पिक स्थल पर विचार किया जा रहा है।
यह टूर्नामेंट 11 से 25 नवंबर तक खेला जाएगा जिसमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अमेरिका की टीमें भाग लेंगी।
प्रतियोगिता मुख्य रूप से नयी दिल्ली और बेंगलुरु में खेली जाएगी लेकिन पाकिस्तान के मैच तटस्थ स्थल पर होंगे जो पहले काठमांडू था।
भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएबीआई) ने बयान में कहा, ‘‘काठमांडू को मूल रूप से तीसरे मेजबान शहर के रूप में चुना गया था जहां पाकिस्तान के मैच होने थे लेकिन नेपाल की वर्तमान स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक स्थल पर विचार किया जा रहा है।’’
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया और भारत सरकार ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को किसी भी द्विपक्षीय मैच के लिए भारत आने से रोक दिया है।
कई टीमों की प्रतियोगिता में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन राजनीतिक तनाव और भारत द्वारा अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान भेजने से इनकार करने का हवाला देते हुए पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भारत की यात्रा करने से परहेज किया है।
सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध को लेकर नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। हाल ही में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 30 लोग मारे गए और एक हजार से अधिक घायल हुए जिसके कारण प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा।
फिलहाल नेपाल की सेना ने काठमांडू घाटी के तीन जिलों काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में कर्फ्यू लगा दिया है।
विश्व कप में 21 लीग मैच, दो सेमीफाइनल और एक फाइनल मैच होगा।
भारत ने इस बीच 56 खिलाड़ियों के बीच से पहले विश्व कप के लिए 16 सदस्यीय महिला टीम की घोषणा की।
कप्तान दीपिका टीसी और उप कप्तान गंगा एस कदम को उनके पिछले उत्कृष्ट पिछले प्रदर्शन और नेतृत्व कौशल के लिए चुना गया है।।
सीएबीआई के अध्यक्ष डॉ. महंतेश जी किवादासन्नवर ने कहा, ‘‘यह विश्व कप सिर्फ एक टूर्नामेंट से कहीं बढ़कर है। यह साहस, कौशल और समावेशिता का उत्सव है। भारत में इसकी मेजबानी करना गर्व की बात है और मुझे विश्वास है कि हमारी लड़कियां इस अवसर पर खरा उतरेंगी, लाखों लोगों को प्रेरित करेंगी और देश को गौरवान्वित करेंगी।’’
भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने 2023 आईबीएसए विश्व खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था जहां दृष्टिबाधित क्रिकेट ने पदार्पण किया था। भारत ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
भारतीय टीम इस प्रकार है:
दस्ते की सूची:
बी1 श्रेणी (पूर्ण दृष्टिबाधित): सिमू दास (दिल्ली), पी. करुणा कुमारी (आंध्र प्रदेश), अनु कुमारी (बिहार), जमुना रानी टुडू (ओडिशा) और काव्या वी (कर्नाटक)
बी2 श्रेणी (अधिक दृष्टिबाधित): अनेखा देवी (दिल्ली), बसंती हंसदा (ओडिशा), सिमरनजीत कौर (राजस्थान), सुनीता सराठे (मध्य प्रदेश) और पार्वती मारंडी (ओडिशा)
बी3 श्रेणी (आंशिक दृष्टिबाधित): दीपिका टीसी (कर्नाटक - कप्तान), फूला सोरेन (ओडिशा), गंगा एस कदम (महाराष्ट्र), काव्या एनआर (कर्नाटक), सुषमा पटेल (मध्य प्रदेश) और दुर्गा येवले (मध्य प्रदेश)।
भाषा सुधीर