मोहसिन खान ने भारत के खिलाफ मैच और बॉलीवुड के दिनों को याद किया
सुधीर पंत
- 11 Sep 2025, 01:03 PM
- Updated: 01:03 PM
(कुशान सरकार)
दुबई, 11 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहसिन खान जब पीछे मुड़कर अपने करियर देखते हैं तो उन्हें क्रिकेट के मैदान और मुंबई के फिल्म स्टूडियो की याद आती है। मोहसिन ने जहां क्रिकेट के मैदान में अपनी पीढ़ी के सबसे जबरदस्त तेज गेंदबाजों का सामना किया तो वहीं उन्होंने हिंदी सिनेमा के कुछ सबसे बड़े सितारों के साथ एक दर्जन फिल्मों में भी काम किया।
पाकिस्तान के लिए 48 टेस्ट और 75 एकदिवसीय मैच खेलने वाले मोहसिन ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए पीटीआई से कहा, ‘‘भारत के खिलाफ स्वदेश और विदेश दोनों जगह खेलना मजेदार हुआ करता था। जिमी (मोहिंदर अमरनाथ) मेरे करीबी दोस्त बन गए। हमारे जमाने में आक्रामकता तो थी, लेकिन बदतमीजी नहीं थी।’’
मोहसिन ने 1979 में जब पहली बार भारत का दौरा किया तो सिर्फ क्रिकेट के ही दरवाजे नहीं खुले। फिल्म निर्माताओं ने तुरंत उनसे संपर्क किया और श्रृंखला के बाद छोटे कार्यक्रमों के लिए रुकने का आग्रह किया।
मोहसिन ने कहा, ‘‘1979 में जब मैं पहली बार भारत आया तो मुझे बॉलीवुड से प्रस्ताव मिलने लगे। लोग कहते थे कि बस 20 दिन रुक जाओ, हम तुम्हारा हिस्सा पूरा कर देंगे। लेकिन तब मेरा ध्यान क्रिकेट पर था।’’
क्रिकेट को प्राथमिकता देने का फैसला जल्द ही सही साबित हुआ। मोहसिन ने 1982 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक कैलेंडर वर्ष में एक हजार रन बनाने वाले पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर के रूप में रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत खास था, विशेषकर लॉर्ड्स में दोहरा शतक लगाने वाला पहला पाकिस्तानी बल्लेबाज बनना।’’
दो साल बाद 1984 में उन्होंने डेनिस लिली के खिलाफ उन्हीं की धरती पर एडीलेड और मेलबर्न में लगातार शतक जड़े।
मोहसिन ने कहा, ‘‘अपने समय के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज के खिलाफ ऐसा करना संतोषजनक था।’’
मोहसिन का मानना है कि उनका खेल गति और उछाल के अनुकूल था।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैंने उछाल वाली पिचों पर अपने कई समकालीन पाकिस्तानी बल्लेबाजों से कहीं बेहतर खेला।’’
एक टेस्ट जो मोहसिन के दिल के काफी करीब है वह लाहौर में भारत के खिलाफ था। मदन लाल द्वारा आउट किए जाने से पूर्व उन्होंने पहली पारी में 94 रन बनाए। फिर दूसरी पारी में पाकिस्तान के एक विकेट पर 135 रन के दौरान उन्होंने नाबाद 101 रन बनाए जो टीम के सबसे कम स्कोर के दौरान शतक था।
मोहसिन ने कहा, ‘‘वह मैच आज भी मेरे पसंदीदा मैचों में से एक है।’’
दशकों बाद मोहसिन खेल को एक ऐसे व्यक्ति की नजर से देखते हैं जिसने इसे जिया है। पाकिस्तान के मौजूदा मुख्य बल्लेबाज बाबर आजम के बारे में उनके विचार सराहनीय और चेतावनी भरे दोनों हैं।
मोहसिन ने कहा, ‘‘बाबर बुरा बल्लेबाज नहीं है लेकिन आपको उसका साथ देने के लिए उसके आसपास कई अच्छे खिलाड़ियों की जरूरत होती है। विराट कोहली को ही देख लीजिए - टेस्ट में उनके पास चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल थे। वनडे में उनके पास रोहित शर्मा और शिखर धवन थे। एक महान खिलाड़ी तब और भी महान बन जाता है जब उसके आसपास दूसरे मजबूत खिलाड़ी हों।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे समय में माजिद खान, जावेद मियांदाद, जहीर अब्बास और बाद में सईद अनवर, इंजमाम-उल-हक, मोहम्मद यूसुफ़ और यूनिस खान जैसे खिलाड़ी थे।
मोहसिन ने कहा, ‘‘टीमें संख्या के आधार पर बनती हैं। आपको ऐसे खिलाड़ियों के समूह की जरूरत होती है जो कमोबेश एक जैसे हों। फिलहाल बाबर और बाकियों के बीच काफा अंतर है।’’
मोहसिन से जब पूछा गया कि उनके समय में कौन से क्रिकेटर उन्हें सबसे अधिक पसंद थे तो उन्होंने बेझिझक जवाब देते हुए कहा, ‘‘गेंदबाजों में इमरान खान, डेनिस लिली, रिचर्ड हैडली, मैल्कम मार्शल और कपिल देव मेरे पसंदीदा थे। वे अपनी कला के उस्ताद थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और बल्लेबाजों में, मैं सुनील गावस्कर, माजिद खान, विवियन रिचर्ड्स और ग्रेग चैपल का प्रशंसक था। वे जीनियस थे।’’
अगर क्रिकेट मोहसिन का पहला प्यार था तो सिनेमा अप्रत्याशित रूप से उनका दूसरा प्यार बन गया। 1980 के दशक के मध्य तक वह कराची की तुलना में मुंबई में अधिक समय बिता रहे थे। उस समय उनकी शादी बेहद लोकप्रिय अभिनेत्री रीना रॉय से हुई थी।
यह मोड़ लगभग संयोग से आया।
मोहसिन ने कहा, ‘‘दरअसल जब मुझे बटवारा (फिल्म) का प्रस्ताव मिला तो मैं रीना के साथ मुंबई होते हुए लंदन जा रहा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘धरम जी बहुत प्यारे थे और विनोद मेरे दोस्त थे।’’
एक दृश्य ऐसा था जिसमें गहरी भावनात्मक तीव्रता की आवश्यकता थी और (जेपी) दत्ता ने अपने क्रिकेटर-अभिनेता को इसे समझाने का एक दिलचस्प तरीका ढूंढ निकाला।
मोहसिन ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे कहा, ‘मोहसिन, फर्ज करो तुमने सौ मारा, फिर भी पाकिस्तान भारत से हारा। कैसा महसूस होगा आपको?’ उन्होंने इसे इस तरह समझाया।’’
इस फिल्म के लिए मोहसिन को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर नामांकन मिला जिसमें उनकी टक्कर नाना पाटेकर और अनुपम खेर जैसे दिग्गजों के साथ थी।
रीना रॉय के साथ अपनी पिछली शादी के बारे में बात करते समय मोहसिन जहां सावधानी बरतते हैं वहीं अपनी बेटी के बारे में बात करते समय वह खुलकर स्नेह दिखाते हैं।
मोहसिन ने कहा, ‘‘उसने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और मुंबई में अपनी मां के साथ रहती है। मैं उसके संपर्क में हूं। उसने अपनी स्कूली शिक्षा पाकिस्तान में और उच्च शिक्षा मुंबई में पूरी की।’’
भाषा सुधीर