कर्नाटक कांग्रेस के विधायक और उनके परिवार ने सट्टेबाजी के पैसों से विदेश यात्रा के टिकट खरीदे: ईडी
संतोष माधव
- 09 Sep 2025, 10:06 PM
- Updated: 10:06 PM
नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक के गिरफ्तार कांग्रेस विधायक के.सी. वीरेंद्र, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए करोड़ों रुपये के टिकट बुक किए और इनका वित्तपोषण ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइटों से प्राप्त आय से जुड़े ‘म्यूल’ खातों के एक नेटवर्क के माध्यम से किया गया।
संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में दावा किया, ‘‘साक्ष्य बताते हैं कि इन उच्च-मूल्य वाले लेनदेन के लिए इस्तेमाल किए गए धन को अवैध ऑनलाइन गतिविधियों से हटाकर कई मध्यस्थ खातों के माध्यम से भेजा गया ताकि उनका स्रोत छिपाया जा सके।’’
अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के माध्यम से जनता को कथित रूप से धोखा देने से जुड़े धन शोधन के एक मामले में वीरेंद्र की ‘मुख्य आरोपी’ के रूप में जांच की जा रही है।
चित्रदुर्ग के 50 वर्षीय विधायक को पिछले महीने के अंत में ईडी ने सिक्किम से गिरफ्तार किया था, जहां वह एक कैसीनो किराए पर लेने के लिए व्यावसायिक यात्रा पर गए थे।
उनकी कानूनी टीम ने अदालतों को बताया है कि ईडी द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।
ईडी ने इस मामले में छह सितंबर को चल्लकेरे (चित्रदुर्ग ज़िला) में नए सिरे से तलाशी ली और कुल 24 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न प्रकार की सोने की वस्तुएं जब्त कीं। इसमें 21.43 किलोग्राम वजनी 24 कैरेट सोने की ईंटें, 10.98 किलोग्राम वजनी सोने की परत चढ़ी चांदी की 11 छड़ें और लगभग एक किलोग्राम सोने के आभूषण शामिल थे।
एजेंसी ने यह नहीं बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ये सोने की वस्तुएं किसके परिसर से जब्त की गईं।
एजेंसी ने कहा, ‘‘इस जब्ती पर विचार करने के बाद, इस मामले में जब्त की गई कुल अपराध से अर्जित आय आज की तारीख तक 100 करोड़ रुपये को पार कर गई है।’’
ईडी ने विधायक पर किंग567, राजा567, लायन567, प्ले567, प्लेविन567 आदि नामों से कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटें चलाने का आरोप लगाया है।
यह दावा किया गया है कि इन वेबसाइटों के माध्यम से एकत्रित भुगतानों को ठिकाने लगाने के लिए कई भुगतान गेटवे का उपयोग किया गया था।
इस मामले में कई दौर की तलाशी के दौरान ईडी को वीरेंद्र और उनके परिवार द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली कई लग्जरी गाड़ियां मिलीं।
ईडी ने बताया कि अनिल गौड़ा की एबीएच इंफ्रास्ट्रक्चर्स के नाम पर पंजीकृत एक कार (मर्सिडीज बेंज) और फोनपैसा के गुलशन खट्टर नामक व्यक्ति द्वारा ‘वित्तपोषित’ एक अन्य कार (रेंज रोवर) मिली।
गौड़ा ने इस मामले में उन्हें जारी किए गए ईडी के समन को कर्नाटक उच्च न्यायालय में चुनौती दी है और कहा है कि यह नोटिस वीरेंद्र के पेशेवर वकील के रूप में उनके अधिकारों का उल्लंघन है।
ईडी ने उच्च न्यायालय के समक्ष दलील दी थी कि उसने गौड़ा को वकील के तौर पर नहीं, बल्कि मामले में उनकी व्यावसायिक भागीदारी के कारण तलब किया था।
अदालत ने गौड़ा को उनके खिलाफ ईडी की किसी भी दंडात्मक कार्रवाई से अंतरिम संरक्षण प्रदान करते हुए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है।
भाषा संतोष