आप विधायक मेहराज मलिक शांति के लिए ‘आसन्न खतरा’ हैं: जम्मू-कश्मीर पुलिस की रिपोर्ट
संतोष नरेश
- 08 Sep 2025, 10:11 PM
- Updated: 10:11 PM
जम्मू, आठ सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख और विधायक मेहराज मलिक को सोमवार को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने के बाद उन पर गलत सूचना फैलाने, आतंकवादियों का महिमामंडन करने और महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने जैसे आरोप लगाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपों का उल्लेख केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस के ‘डोजियर’ (रिपोर्ट) में किया गया है।
मलिक को सोमवार को उनके डोडा निर्वाचन क्षेत्र में इस कड़े कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। इस कानून के तहत कुछ मामलों में बिना आरोप या सुनवाई के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
डोडा के उपायुक्त हरविंदर सिंह द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में विधायक के खिलाफ कई आरोपों का विवरण दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, मलिक को समुदाय के शांतिपूर्ण अस्तित्व के लिए एक ‘आसन्न खतरा’ माना जाता है। इसमें यह भी दावा किया गया है कि मलिक को ‘सरकारी अधिकारियों सहित लोगों को धमकियां देने और शारीरिक हमला करने की आदत है।’
सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ गैरकानूनी कृत्यों के लिए कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें सरकारी कार्यालयों को जबरन बंद करना और कई मौकों पर लोक सेवकों पर मौखिक और शारीरिक हमला करना शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अपने भड़काऊ भाषणों और ‘फेसबुक लाइव’ का लगातार दुरुपयोग गलत सूचना फैलाने और जनता को सार्वजनिक शांति-व्यवस्था में खलल डालने के लिए उकसाने के लिए किया।’’
उपायुक्त ने डोडा और जम्मू में उनके खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘कानून आधारित समाज बनाने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा की गई हर वैध कार्रवाई, चाहे वह डोडा जिले में हो या जम्मू में, उन्हें झूठ फैलाने और जनता, खासकर युवाओं को बड़े पैमाने पर शांति भंग करने के लिए उकसाने का ‘अवसर’ देती है।’’
‘डोजियर’ में मलिक पर विशेष रूप से जनता को अपनी मांगें मनवाने के लिए ‘बुरहान वानी’ की तरह लश्कर के लिए काम करने’ के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
बुरहान वानी प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिदीन का ‘चेहरा’ हुआ करता था।
इसमें कहा गया है कि मलिक ने सरकारी अधिकारियों को खुलेआम धमकियां दीं और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ‘प्रशासन के खिलाफ जनता में द्वेष भड़काने’ की कोशिश की।
इस साल मई में दर्ज एक प्राथमिकी का हवाला देते हुए ‘डोजियर’ में आरोप लगाया गया है कि मलिक ‘महिलाओं की गरिमा का भी सम्मान नहीं करते’ और उन्होंने डोडा स्थित जीएमसी में कार्यरत महिला चिकित्सकों के खिलाफ बार-बार अपमानजनक, धमकी भरे और स्त्री-द्वेषी बयान दिए हैं।
इसमें कहा गया है कि विधायक ने इन महिला चिकित्सकों को अपनी मर्जी के मुताबिक उन्हें ‘घसीटने और निर्वस्त्र करने’ की धमकी दी है।
भाषा संतोष