महाराष्ट्र : यात्रियों से वसूली के आरोप में पिछले पांच महीनों में जीआरपी के 13 कर्मी निलंबित
मनीषा अमित
- 08 Sep 2025, 03:19 PM
- Updated: 03:19 PM
मुंबई, आठ सितंबर (भाषा) मुंबई और पड़ोसी ठाणे में पिछले पांच महीनों के दौरान यात्रियों से वसूली के आरोप में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक वरिष्ठ निरीक्षक सहित 13 कर्मियों को निलंबित किया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह एक संगठित वसूली रैकेट प्रतीत होता है, जो मुंबई और आसपास के रेलवे स्टेशन पर चल रहा था।
जीआरपी के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी लंबी दूरी की ट्रेन के यात्रियों को निशाना बनाते थे, जो आम तौर पर मूल्यवान वस्तुएं लेकर चलते हैं और शिकायत दर्ज कराने से बचते हैं। ऐसे मामले मुंबई सेंट्रल, दादर, कुर्ला, बांद्रा टर्मिनस, बोरीवली, ठाणे, कल्याण और पणवेल जैसे स्टेशन पर सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि वसूली का तरीका यह था कि सामान जांच बिंदुओं पर नकदी या कीमती सामान ले जा रहे यात्रियों को चिन्हित किया जाता था तथा उन्हें वरिष्ठ अधिकारी से मिलने के बहाने जीआरपी के ऐसे परिसर में ले जाया जाता था जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते।
उन्होंने बताया कि इसके बाद यात्रियों से कहा जाता था कि वे नकदी या आभूषणों का स्वामित्व साबित करें। उन्होंने बताया कि कई मामलों में उन्हें कानूनी कार्रवाई की धमकी दी जाती थी और कुछ मामलों में शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया। उन्होंने बताया कि ऐसे में यात्रियों को राशि चुकाकर ही खुद को छुड़ाना पड़ता था।
एक अधिकारी ने बताया कि पिछले महीने, अपनी बेटी के साथ यात्रा कर रहे राजस्थान के एक व्यक्ति को मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर जीआरपी कर्मी द्वारा उसके पास मौजूद ₹31,000 रुपये में से ₹30,000 रुपये देने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने बताया कि राजस्थान पहुंचने के बाद पीड़ित ने शिकायत दर्ज करायी, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और मुंबई स्थानांतरित कर दी गई। उन्होंने बताया कि मामले में तीन कांस्टेबल निलंबित किए गए हैं, जो फिलहाल फरार हैं।
जीआरपी आयुक्त राकेश कलासागर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पिछले पांच महीनों में 13 कर्मियों को निलंबित किया गया है। मैंने मई में कार्यभार संभाला था और उसके बाद सात कर्मियों पर कार्रवाई की गई, जिनमें एक वरिष्ठ निरीक्षक भी शामिल है।’’
उन्होंने ऐसी गतिविधियों में लिप्त कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
कलासागर ने लोगों से अपील की कि केवल वर्दीधारी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा और सीसीटीवी निगरानी में ही अपने बैग की जांच करने दें।
भाषा मनीषा