क्लासिक लीजेंड्स के संस्थापकों ने कहा, जीएसटी कटौती के बाद फिर चमक बिखेरेंगी येज्दी, जावा बाइक
अजय अजय
- 07 Sep 2025, 12:15 PM
- Updated: 12:15 PM
नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) क्लासिक लीजेंड्स के सह-संस्थापकों का मानना है कि जीएसटी सुधारों से चर्चित मोटरसाइकिल ब्रांड येज्दी और जावा अपनी वापसी की राह पर ‘‘किसी और ब्रांड से ज्यादा बेहतर तरीके से अपनी चमक बिखेरेगें।’’
ये ब्रांड 90 के दशक के मध्य में नीतिगत बदलाव के कारण बाजार से गायब हो गए थे।
क्लासिक लीजेंड्स के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अनुपम थरेजा और सह-संस्थापक बोमन ईरानी ने एक संयुक्त साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा को बताया कि 350 सीसी तक के दोपहिया वाहन पर 28 प्रतिशत के बजाय 18 प्रतिशत की संशोधित माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संरचना की नई दर लागू होने के बाद दोनों ब्रांड की बाइक की कीमत दो लाख रुपये से कम हो जाएगी। इस कटौती का पूरा लाभ कंपनी ग्राहकों को देगी।
वर्तमान में, दोनों ब्रांड के विभिन्न मॉडल की कीमत 1.72 लाख रुपये से 2.35 लाख रुपये के बीच है।
दूसरी ओर, 350 सीसी से ज़्यादा क्षमता वाली मोटरसाइकिल पर 31 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत की विशेष दर (उपकर सहित) कंपनी के दूसरे मोटरसाइकिल ब्रांड बीएसए को नुकसान पहुंचाएगी। हालांकि, उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना की है जिससे ‘आम आदमी की जेब पर सकारात्मक असर पड़ेगा।’ उन्होंने ‘प्रगतिशील कराधान’ के मूल सिद्धांत की भी सराहना की है - जो लोग ज्यादा भुगतान कर सकते हैं, वे ज्यादा भुगतान करें।
दोपहिया वाहनों पर जीएसटी दर में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर थरेजा ने कहा, ‘‘एक भारतीय होने के नाते, मैं खुश हूं और विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं कि भले ही मुझे 650 सीसी में नुकसान हुआ हो, लेकिन आपने (सरकार ने) मुझे 350 सीसी के लिए पर्याप्त दिया है।’’
उन्होंने कहा कि पहले, जावा और येज्दी कीमत के मामले में ‘‘15-20 लाख इकाई के बाजार आकार वाले खंड में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अचानक हम सभी दो लाख रुपये से कम कीमत पर आ गए... हमारे पास दो लाख रुपये से कम कीमत पर जावा और येज्दी उपलब्ध होंगी।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि जीएसटी में कटौती के बाद 350 सीसी खंड भारतीय मोटरसाइकिल बाजार में सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से एक होगा।
कंपनी की येज्दी रोडस्टर, जिसे पिछले महीने की शुरुआत में पेश किया गया था, का ज़िक्र करते हुए थरेजा ने कहा, ‘‘तीन सितंबर को, वित्त मंत्री ने हमारी येज्दी रोडस्टर को दोबारा पेश किया क्योंकि उन्होंने इसकी कीमत 2.09 लाख रुपये से घटाकर 1.9 लाख रुपये कर दी। इस तरह इसे दो बार पेश किया जा चुका है।’’
इस बार जीएसटी सुधार ने जावा और येज्दी ब्रांड को कैसे सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, इस पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि 1995 में जब प्रदूषण से निपटने के लिए टू-स्ट्रोक और फोर-स्ट्रोक इंजन में बदलाव का नियम आया, तो 1996 में इनका निर्माण बंद हो गया।
थरेजा ने कहा, ‘‘1995 के नियमन ने येज्दी और जावा को फीका कर दिया, और 2025 के इस नियमन ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि हम किसी और की तरह चमकेंगे। अब यह किस्मत की बात है। यह संयोग ही है कि दो मुख्य इंजन मंच - 300 सीसी और 349 सीसी - दोनों ही इस श्रेणी में आते हैं और उन्हें (जीएसटी में कमी का) लाभ मिलता है।’’
उस समय येज्दी और जावा की सफलता का एक उदाहरण देते हुए, ईरानी ने कहा, ‘‘अपने चरम पर हमने एक साल में लगभग 36,000 मोटरसाइकिलें बनाईं...।
कंपनी के दूसरे ब्रांड बीएसए के बारे में, थरेजा ने कहा, ‘‘हमने इसे भारत में 650 सीसी (खंड) में पेश किया था। हमने दुनिया का सबसे अच्छा सिंगल सिलेंडर इंजन बनाने के लिए तकनीक में बहुत पैसा लगाया था और अब अचानक यह और भी महंगा हो गया है।’’
हालांकि, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे दुख होता है और बुरा लगता है, लेकिन एक भारतीय होने के नाते मुझे इस बात पर गर्व भी होता है कि हां, यह ठीक है। मैं उस प्रगतिशील कराधान प्रणाली का हिस्सा हूँ - जिसके तहत जो लोग ज्यादा खर्च कर सकते हैं, उन्हें ज्यादा कर देना चाहिए। उस पैसे का इस्तेमाल सरकार को देश के विकास और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए करना चाहिए।’’
थरेजा ने स्वीकार किया कि बीएसए बाइक, जिनकी कीमत वर्तमान में 3.09 लाख रुपये और 3.45 लाख रुपये है, ‘अभिजात्य’ सवारों को आकर्षित कर सकती हैं, जिन्हें इस ब्रांड के लिए कीमत चुकाने में कोई आपत्ति नहीं होगी।
समग्र जीएसटी सुधारों पर, ईरानी ने कहा, ‘‘जिस तरह से उन्होंने (सरकार ने) जीएसटी को युक्तिसंगत बनाया है, उसका असल उद्देश्य आम आदमी की जेब पर सकारात्मक प्रभाव डालना है... उनका ध्यान बिल्कुल स्पष्ट है कि वे निश्चित रूप से आम आदमी, या जिसे मदद की ज़रूरत है, उसे इस समय मदद दिलाना चाहते हैं।’’
दुनिया भर में चल रही भू-राजनीति के प्रभाव को देखते हुए, ईरानी ने कहा कि सरकार ने लोगों के मन में ‘फील गुड’ की भावना वापस लाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाया है।
इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए, थरेजा ने कहा, ‘‘यह (जीएसटी सुधार) दिखावटी नहीं है। यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण कटौती है, न केवल युक्तिकरण में, बल्कि प्रक्रियागत भी।’’
उन्होंने यह भी कहा कि त्योहारों के मौसम से पहले घोषणा का समय मांग में तेजी लाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने आगे कहा, ‘‘थोड़ी सुस्ती, लगातार बारिश और इस भ्रम (जीएसटी युक्तिकरण की तैयारी में) के कारण दबी हुई मांग भी रहेगी।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी मांग में अपेक्षित वृद्धि को पूरा करने के लिए तैयार है, थरेजा ने कहा, ‘‘हम अपनी क्षमता दोगुनी कर रहे हैं। हम वास्तव में तेजी से बढ़ रहे हैं... क्योंकि येज्दी रोडस्टर इतनी लोकप्रिय हो गई थी कि हम वैसे भी क्षमता बढ़ा रहे थे। अब यह बहुत काम आ रहा है।’’
भाषा अजय