भारत ने महिला एशिया कप हॉकी में जापान को 2-2 की बराबरी पर रोका
आनन्द नमिता
- 06 Sep 2025, 08:48 PM
- Updated: 08:48 PM
हांगझोउ (चीन) छह सितंबर (भाषा) नवनीत कौर के आखिरी क्षणों में पेनल्टी कॉर्नर पर किये गोल की बदौलत भारत ने दो बार पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए महिला एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के अपने दूसरे पूल मैच में जापान को 2-2 से बराबरी पर रोक दिया।
हिरोका मुरायामा ने पूल बी के इस मैच के 10वें मिनट में गोल करके विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर काबिज जापान को बढ़त दिलाई लेकिन 30वें मिनट में रुतुजा दादासो पिसाल ने भारत के लिए बराबरी का गोल किया। चिको फुजीबायाशी ने 58वें मिनट में जापान को एक बार फिर आगे कर दिया मगर मैच के आखिरी मिनट में नवनीत ने गोल करके मुकाबला ड्रॉ करा दिया।
विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज भारत ने अपने पहले मैच में थाईलैंड को 11-0 से हराया था और अब उसके सामने आठ सितंबर को सिंगापुर की चुनौती होगी।
टूर्नामेंट में आठ टीमें भाग ले रही हैं। दोनों पूल की शीर्ष दो टीमें सुपर चार चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी।
सुपर चार में शीर्ष दो टीमें 14 सितंबर को फाइनल में भिड़ेंगी।
भारत इस टूर्नामेंट में अपनी अनुभवी गोलकीपर सविता पूनिया और ड्रैग-फ्लिकर दीपिका के बिना खेल रहा है। ये दोनों खिलाड़ी चोटिल हैं।
एशिया कप को जीतने वाली टीम 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले महिला विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई कर जाएगी।
भारत ने मैच शुरू होते ही आक्रामक रूख अपनाया लेकिन जापान के खिलाड़ियों को शानदार तरीके से इसका सामना कर दबाव को हावी होने का मौका नहीं दिया। मुरायामा ने इस दौरान भारतीय रक्षापंक्ति को चकमा देते हुए गोल कर जापान का खाता खोल दिया।
शुरुआती क्वार्टर और फिर दूसरे क्वार्टर में ज्यादातर समय तक जापान की यह बढ़त बरकरार रही। भारतीय टीम ने बराबरी करने के लिए लगातार हमले किये लेकिन जापान ने सतर्कता से उसका सामना करते हुए भारत को रोके रखा।
पहले हाफ के आखिरी क्षणों में रुतुजा ने गोल कर स्कोर को 1-1 कर दिया।
दोनों ही टीमों ने दूसरे हाफ की शुरुआत में सतर्कता बरतते हुए प्रतिद्वंद्वी टीम को बढ़त हासिल करने से रोकने पर ध्यान दिया।
भारतीय टीम ने पहले हाफ की अपनी मजबूत प्रदर्शन को तीसरे क्वार्टर में भी जारी रखा लेकिन जापान की अनुशासित रक्षा इकाई ने उन्हें गोल करने में सफल नहीं होने दिया।
मैच के आखिरी क्षणों में दोनों टीमों ने पूरी ताकत झोंक दी। जापान को मैच खत्म होने से दो मिनट पहले पेनल्टी स्ट्रोक मिला और फुजीबायाशी के गोल से टीम 2-1 की बढ़त लेने में सफल रही।
मैच भारत से फिसलता दिख रहा था और टीम ने बराबरी करने के लिए सब कुछ झोक दिया। भारत अंतिम क्षणों में पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रहा जिसे नवनीत ने गोल में बदल कर जापान को अंक साझा करने पर मजबूर किया।
भारत के सामने अब आठ सितंबर को सिंगापुर की चुनौती होगी।
टूर्नामेंट में आठ टीमें भाग ले रही हैं। दोनों पूल की शीर्ष दो टीमें सुपर चार चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी।
सुपर चार में शीर्ष दो टीमें 14 सितंबर को फाइनल में भिड़ेंगी।
भारत इस टूर्नामेंट में अपनी अनुभवी गोलकीपर सविता पूनिया और ड्रैग-फ्लिकर दीपिका के बिना खेल रहा है। ये दोनों खिलाड़ी चोटिल हैं।
एशिया कप को जीतने वाली टीम 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले महिला विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई कर जाएगी।
भाषा आनन्द