दूबे और यादव के अर्धशतकों से मध्य क्षेत्र ने पहली पारी में अहम बढ़त हासिल की
नमिता आनन्द
- 06 Sep 2025, 06:15 PM
- Updated: 06:15 PM
बेंगलुरु, छह सितंबर (भाषा) हर्ष दूबे (75 रन) और उपेंद्र यादव (87 रन) ने अलग अलग अंदाज में अर्धशतक जड़कर मध्य क्षेत्र को शनिवार को यहां पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई जिससे टीम दलीप ट्रॉफी के फाइनल की दहलीज पर पहुंच गई।
सेमीफाइनल के तीसरे दिन स्टंप तक मध्य क्षेत्र ने आठ विकेट पर 556 रन बनाकर पहली पारी के हिसाब से 118 रन की बढ़त बना ली।
दिन के अंतिम ओवर में दीपक चाहर (33 रन) के आउट होने के बाद सारांश जैन 37 और यश ठाकुर चार रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।
दूबे और यादव ने छठे विकेट के लिए 134 रन की भागीदारी निभाकर पश्चिम क्षेत्र से मैच छीन लिया। दोनों की बल्लेबाजी का अंदाज अलग था। यादव ने जहां संयम से बल्लेबाजी की तो वहीं दूबे ने आक्रामकता दिखाई।
महाराष्ट्र के ऑलराउंडर दूबे ने शुरुआत से ही ताबड़तोड़ चौके जड़े। उन्होंने शुरूआती 25 रन के अंदर पांच बाउंड्री लगा दी थीं। पर फिर भी 62 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
यादव ने 37 रन पर मिले जीवनदान का फायदा उठाया और 84 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। धर्मेंद्र जडेजा (101 रन देकर चार विकेट) की गेंद पर आर्य देसाई ने गली में यादव का कैच छोड़कर उन्हें जीवनदान दिया।
इस साझेदारी ने मध्य क्षेत्र को पश्चिम क्षेत्र के पहली पारी में 438 रन के स्कोर को पार करने में मदद की।
तेईस वर्षीय दूबे बारिश के कारण छोटे से व्यवधान से ठीक पहले आउट हो गए। जडेजा की गेंद पर स्लिप में शम्स मुलानी ने उनका आसान कैच लपका।
यह भागीदारी मध्य क्षेत्र के लिए अहम रही क्योंकि दिन के पहले सत्र में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
मध्य क्षेत्र ने सुबह दो विकेट पर 229 रन से आगे खेलना शुरू किया। कप्तान रजत पाटीदार (77) और शुभम शर्मा (96) अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, उनकी साझेदारी जल्द ही 127 रन तक पहुंच गई।
लेकिन पाटीदार को अपनी आक्रामकता का खामियाजा भुगतना पड़ा, वह जडेजा के खिलाफ स्वीप करने से चूक गए और क्लीन बोल्ड हो गए।
उनके आउट होने के बाद पश्चिम क्षेत्र ने जल्दी जल्दी दो और विकेट झटककर दबदबा बनाया।
यश राठौड़ (02) जडेजा की गेंद पर स्लिप में रुतुराज गायकवाड़ के हाथों लपके गए और शुभम एक रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। शुभम शतक से महज चार रन दूर थे लेकिन तनुश कोटियन के थ्रो पर निराशाजनक तरीके से रन आउट हो गए।
मध्य क्षेत्र का स्कोर दो विकेट पर 287 रन से पांच विकेट पर 322 रन हो गया। लंच तक उनका स्कोर पांच विकेट पर 358 रन था और पश्चिम के स्कोर तक पहुंचने के लिए उन्हें 81 रन की जरूरत थी। टीम ने दूसरे सत्र में बिना कोई विकेट गंवाए इसे पूरा कर लिया।
चाहर और जैन ने अंतिम सत्र में आठवें विकेट के लिए अच्छी साझेदारी करके पश्चिम क्षेत्र की परेशानी बढ़ा दी।
भाषा नमिता आनन्द