उप्र: आकाश आनंद के ससुर ने बसपा प्रमुख मायावती से माफी मांगी
जफर राजेंद्र खारी
- 06 Sep 2025, 10:26 PM
- Updated: 10:26 PM
लखनऊ, छह सितंबर (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के ससुर एवं पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ ने शनिवार को पार्टी प्रमुख मायावती से सोशल मीडिया पर माफी मांग ली।
आकाश आनंद, मायावती के भतीजे हैं।
इस माफी के बाद, बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को घोषणा की कि पार्टी ने अशोक सिद्धार्थ का निलंबन वापस ले लिया है।
बसपा के दिग्गज नेताओं में शुमार अशोक सिद्धार्थ को इस साल 12 जनवरी को मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा कर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी।
सिद्धार्थ ने स्वीकार किया कि पार्टी में रहते हुए उनसे कुछ गलतियां हुईं, जिनका उन्हें गहरा अफसोस है।
उन्होंने पोस्ट में कहा, “वह बहनजी के चरणों में नतमस्तक होकर क्षमा याचना करते हैं। कार्यकाल के दौरान जाने-अनजाने या गलत लोगों के बहकावे में आकर उनसे गलतियां हुईं, जिसके लिए वे दिल से माफी मांगते हैं।”
उन्होंने कहा, ‘‘जाने-अनजाने में और गलत लोगो के बहकावे में आकर जो भी गलतियां हुई हैं, उसके लिये मैं आदरणीय बहन जी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।’’
पूर्व सांसद ने आश्वासन दिया कि भविष्य में वह कभी भी पार्टी अनुशासन से बाहर जाकर काम नहीं करेंगे और केवल मायावती के मार्गदर्शन और दिशा-निर्देशों में रहकर ही सक्रिय राजनीति करेंगे।
सिद्धार्थ ने यह भी स्पष्ट किया कि वह रिश्तेदारी या निजी संबंधों का कोई नाजायज फायदा नहीं उठाएंगे।
मायावती ने 29 अगस्त को आकाश आनंद को पदोन्नत कर पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक बनाया था।
इससे पहले आकाश आनंद पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक की भूमिका निभा रहे थे।
सिद्धार्थ की माफी के बाद, मायावती ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘बहुजन समाज पार्टी के कई जिम्मेदार पदों पर लंबे वर्षों तक कार्यरत रहे पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ ने आज ‘एक्स’ पर सार्वजनिक तौर पर अपनी गलती की माफी मांगी है और आगे पार्टी एवं बसपा आंदोलन के प्रति पूरी तरह से वफादार रहकर बाबा साहेब के आंदोलन को आगे बढ़ाने में जी-जान से लगने का आश्वासन दिया है।”
उन्होंने कहा, “हालांकि उन्हें अपनी गलती का एहसास बहुत पहले हो चुका था और वह इसका लगातार पश्चाताप विभिन्न स्तर पर कर रहे थे, लेकिन आज उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपना पछतावा जाहिर किया है जिसे ध्यान में रखते हुए पार्टी हित में उन्हें एक मौका दिया जाना उचित समझा गया है।”
मायावती ने कहा, “इसलिए बसपा से उनके निष्कासन का फैसला आज तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है और इन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया है। उम्मीद है कि पार्टी के अन्य सभी छोटे बड़े कार्यकर्ताओं की तरह वह भी पूरे तन-मन-धन से पार्टी व इस आंदोलन को आगे बढ़ाने में अपना भरपूर योगदान जरूर देंगे।”
भाषा जफर राजेंद्र