धर्मस्थल मामले में पीड़ितों को न्याय दिलाने पर ध्यान केंद्रित किया जाए : महिलाओं का सोनिया को पत्र
धीरज पवनेश
- 05 Sep 2025, 09:30 PM
- Updated: 09:30 PM
बेंगलुरु, पांच सितंबर (भाषा)अभिनेत्री-रंगमंच कर्मी अरुंधति नाग, फिल्म निर्माता कविता लंकेश और सुमन कित्तूर, लेखिका-पत्रकार विजयम्मा, लिंग और यौन अधिकार कार्यकर्ता अक्कई पद्मशाली सहित विभिन्न क्षेत्रों की महिला हस्तियों के एक समूह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि धर्मस्थल में अनसुलझे अपराधों की जांच पूरी तरह से महिलाओं और अन्य पीड़ितों को न्याय दिलाने पर केंद्रित हो।
''कोंडावारू यारु? धर्मस्थल में महिलाओं की हत्या किसने की?'' नामक इस अभियान के ज़रिए महिलाओं के एक समूह ने पीड़ितों के लिए न्याय के मुद्दे को फिर से केंद्र में लाने और महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसा को जारी रखने वाली व्यवस्था को ध्वस्त करने की मांग की है।
सोनिया गांधी को चार सितंबर को लिखे पत्र पर करीब 50 महिला हस्तियों ने हस्ताक्षर किये हैं। इसमें लिखा गया, ‘‘दुर्भाग्यवश, जांच शुरू हुए कुछ ही सप्ताह हुए हैं और यह मामला पहले ही सनसनीखेज़ मीडिया कवरेज और राजनीतिक दिखावे का विषय बन चुका है। नतीजन, जो समय सच्चाई और जवाबदेही के लिए होना चाहिए था, वह अब डराने-धमकाने की रणनीतियों और एक बार फिर न्याय को दबाने की कोशिशों में तब्दील हो गया है।’’
पत्र की एक प्रति पांच सितंबर को मीडिया में साझा की गई।
पत्र में कहा गया है कि दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थानीय कार्यकर्ता और पत्रकार तथा राज्य भर के महिला अधिकार संगठन भी कई वर्षों से मौतों और संदिग्ध लापता मामलों पर चिंता जताते रहे हैं और विरोध करते रहे हैं, विशेष रूप से 2012 में सौजन्या मामले, 1986 में पद्मलता मामले और 1979 में वेदवल्ली मामले में।
विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब एक शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसने पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में कई शवों को दफनाया है, जिनमें यौन उत्पीड़न की गईं महिलाएं भी शामिल हैं और इसके पीछे स्थानीय मंदिर के प्रशासकों की भूमिका होने की ओर इशारा किया गया।
शिकायतकर्ता की बाद में पहचान सी एन चिन्नैया के रूप में हुई और उसे झूठी गवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
आरोपों की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने नेत्रवती नदी के किनारे वन क्षेत्रों में शिकायतकर्ता द्वारा चिह्नित कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया और खुदाई की, जहां दो स्थानों पर मानव कंकाल के अवशेष बरामद किये गए।
भाषा धीरज