असंवेदनशील तरीके से जानबूझकर मिलाद-उन-नबी की छुट्टी नहीं बदली गई : उमर
धीरज दिलीप
- 05 Sep 2025, 07:34 PM
- Updated: 07:34 PM
श्रीनगर, पांच सितंबर (भाषा)जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा प्रशासन पर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की छुट्टियों में अनुरोध के बावजूद बदलाव नहीं करने के फैसले की शुक्रवार को आलोचला की।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि गैर-निर्वाचित सरकार द्वारा अवकाश को स्थानांतरित न करने का ‘‘जानबूझकर’’ लिया गया निर्णय अनुचित है और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है।
अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने निजी हैंडल से किये पोस्ट में कहा, ‘‘सरकारी प्रेस द्वारा मुद्रित कैलेंडर में बहुत स्पष्ट लिखा है - ‘चांद के दिखने पर निर्भर’। इसका मतलब है कि चांद दिखने पर छुट्टी में बदलाव हो सकता है।’’
जम्मू-कश्मीर में ईद-ए-मिलाद इस्लामी चंद्र कैलेंडर के अनुसार शनिवार को मनाई जा रही है। हालांकि, प्रशासन द्वारा वर्ष की शुरुआत में जारी कैलेंडर के अनुसार यह अवकाश शुक्रवार को दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर की मंत्री सकीना इट्टू ने शुक्रवार को उपराज्यपाल प्रशासन पर ‘‘लोगों की भावनाओं से खेलने’’ का आरोप लगाया।
इट्टू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है कि दुनिया भर के मुसलमानों के पवित्र पर्व ईद-ए-मिलाद पर जम्मू-कश्मीर में सही तारीख पर छुट्टी नहीं है। अगर ‘चांद दिखने पर मनाई जाएगी’ का पालन नहीं होता, तो फिर इसका मतलब ही क्या है।
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचित सरकार की ओर से बार-बार छुट्टी की तारीख बदलने का अनुरोध किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ है। ऐसे फैसले निर्वाचित सरकार के हाथों में होने चाहिए।’’
इस बीच,हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने छुट्टियों का कार्यक्रम पुनर्निर्धारित न करने के लिए अधिकारियों की निंदा की।
मीरवाइज ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के पवित्र अवसर पर अधिकारियों की घोर उपेक्षा की कड़ी निंदा करता हूं, जो लगातार दूसरे वर्ष भी वास्तविक तिथि के अनुसार अवकाश को पुनर्निर्धारित करने में विफल रहे हैं, जो कि कल है, तथा मुस्लिम समुदाय की भावनाओं की अनदेखी की है।’’
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने अवकाश का पुनर्निर्धारण न किए जाने को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘ यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि दुनिया भर के मुसलमानों के लिए ईद-ए-मिलाद जैसा पवित्र अवसर जम्मू-कश्मीर में सही दिन पर नहीं मनाया जा रहा है।’’
इल्तिजा ने कहा, ‘‘भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य को हमारे प्रिय धार्मिक अवसरों की घोषणा करने की भी स्वतंत्रता नहीं है।’’
भाषा धीरज