81 शिक्षकों को अनूठी विधियों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया
देवेंद्र माधव
- 05 Sep 2025, 06:41 PM
- Updated: 06:41 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 81 शिक्षकों को उनकी अनूठी शिक्षण पद्धतियों के लिए शुक्रवार को इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।
इन अनूठी शिक्षण पद्धतियों में ताड़ के पत्ते की पांडुलिपियां बनाने से लेकर, तंत्रिका मनोविज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना, भारतीय ज्ञान प्रणालियों के साथ रंगमंच अध्ययन को एकीकृत करने, महिला सुरक्षा ऐप विकसित करने से लेकर कठपुतली शो तक शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस के मौके पर विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में शिक्षकों को ये पुरस्कार प्रदान किए।
ओडिशा के मलकानगिरि में सरकारी एनयूपीएस कोंडेल स्कूल के शिक्षक बसंत कुमार राणा को उनके अभिनव शिक्षण और सामुदायिक सहभागिता के लिए पुरस्कार के लिए चुना गया है, जिससे छात्रों की उपस्थिति और भागीदारी में सुधार हुआ।
शिक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘जागरूकता रैलियों, रोड शो, कठपुतली शो और एक मासिक मोबाइल सामुदायिक पुस्तकालय के माध्यम से, उन्होंने स्कूल-समाज के बीच जुड़ाव को मजबूत किया।’’
लक्षद्वीप के सरकारी जूनियर बेसिक स्कूल मूला एंड्रोथ के इब्राहिम एस लोगों के घरों पर जाकर और व्यक्तिगत सहायता के माध्यम से छात्रों को स्कूल वापस लाये और साथ ही ग्रीन लाइब्रेरी, खेल के मैदान और ‘‘एक छात्र के लिए एक पौधा’’ परियोजना जैसी योजनाओं के साथ एक सकारात्मक माहौल का निर्माण किया, जिससे स्वास्थ्य, रचनात्मकता और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा मिला।
छत्तीसगढ़ के कोरबा स्थित पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय के संतोष कुमार चौरसिया को नवोन्मेषी और आईसीटी आधारित शिक्षाशास्त्र के अग्रणी उपयोग के लिए सम्मानित किया गया है।
उन्होंने 50 से अधिक छात्रों को आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिलाने में मार्गदर्शन किया है।
मंत्रालय ने कहा कि डॉ. लकीरेड्डी हनीमिरेड्डी सरकारी डिग्री कॉलेज, मायलावरम, आंध्र प्रदेश में तेलुगु के संकाय सदस्य एम देवानंद कुमार को उनके अभिनव शिक्षण तरीकों के लिए मान्यता दी गई है, जिसमें थल्लापत्र ग्रंथ (ताड़ के पत्ते की पांडुलिपियां) बनाना और एलएमएस के लिए शैक्षिक वीडियो बनाना शामिल है।
इसी तरह, अरुणाचल प्रदेश के राजीव गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान संकाय के प्रोशांतो कुमार साहा को 14 वर्षों से अधिक की शैक्षणिक सेवा के साथ फोरेंसिक मनोविज्ञान और तंत्रिका मनोविज्ञान में उनकी विशेषज्ञता के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की प्रोफेसर विभा शर्मा को नवोन्मेषी और संवादात्मक शिक्षाशास्त्र के माध्यम से रंगमंच अध्ययन को भारतीय ज्ञान प्रणालियों के साथ एकीकृत करने के लिए सम्मानित किया गया है।
पांडिचेरी विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान की प्रोफेसर एस शिव सत्या को पाठ्यक्रम डिजाइन, मार्गदर्शन और अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से उच्च शिक्षा में 25 वर्षों से अधिक की उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (एनएटी) 2025 के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) और पॉलिटेक्निक में 21 शिक्षकों का चयन किया था, जबकि स्कूल शिक्षा विभाग ने 45 शिक्षकों का चयन किया था।
भाषा
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