उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी लगभग स्थिर बंद
पाण्डेय रमण
- 05 Sep 2025, 05:44 PM
- Updated: 05:44 PM
(ग्राफिक्स के साथ)
मुंबई, पांच सितंबर (भाषा) उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में स्थानीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को मामूली बदलाव के साथ लगभग स्थिर बंद हुए।
इस दौरान तेल एवं गैस और वाहन कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई जबकि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और दैनिक उपभोग के सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) के शेयरों में गिरावट देखी गई।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 7.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,710.76 अंक पर बंद हुआ। इसके 14 शेयरों में बढ़त जबकि 16 शेयरों में गिरावट रही।
सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला लेकिन जल्द ही यह नुकसान में चला गया। दोपहर के सत्र में यह 80,321.19 के निचले स्तर पर था, लेकिन उसके बार सुधार आने से गिरावट की भरपाई हो गई। कारोबार के दौरान सेंसेक्स के निचले और ऊपरी स्तर के बीच 715.37 अंक का फासला रहा।
दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 6.70 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,741 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.34 प्रतिशत और मारुति 1.70 प्रतिशत बढ़े। पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल और इटर्नल में भी तेजी रही।
दूसरी ओर नुकसान में रहने वाले शेयरों में आईटीसी, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा और इन्फोसिस शामिल हैं।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''समर्थन स्तरों पर खरीदारी के चलते प्रमुख सूचकांक दिन के निचले स्तर से उबर सके, जिससे बाजार की धारणा थोड़ी सकारात्मक हुई। मांग में सुधार के चलते वाहन क्षेत्र में बढ़त जारी रही।''
उन्होंने कहा, ''वैश्विक संकेतों से भी समर्थन मिला। अमेरिकी रोजगार रिपोर्ट से पहले अमेरिकी और एशियाई बाजारों में तेजी रही। बाजारों को उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।''
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.09 प्रतिशत बढ़ा, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक 0.10 प्रतिशत नुकसान में रहा।
क्षेत्रवार देखा जाए तो आईटी में 1.25 प्रतिशत, एफएमसीजी में 1.22 प्रतिशत, रियल्टी में 1.07 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी में 0.70 प्रतिशत और सेवाओं में 0.60 प्रतिशत की गिरावट हुई।
दूसरी ओर वाहन में 1.30 प्रतिशत, दूरसंचार में 0.96 प्रतिशत, धातु में 0.71 प्रतिशत, सोच समझकर खर्च किये जाने वाले उपभोक्ता वस्तुओं में 0.60 प्रतिशत और ऊर्जा में 0.20 प्रतिशत की बढ़त हुई।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ''शुक्रवार को बाजार एक सीमित दायरे में कारोबार करते हुए लगभग स्थिर रहे। सकारात्मक शुरुआत के बाद आईटी कंपनियों में बिकवाली के कारण निफ्टी पहले तो फिसला, लेकिन कारोबार के दूसरे हिस्से में चुनिंदा दिग्गज शेयरों में मजबूती ने सहारा दिया।''
उन्होंने कहा कि नीतिगत सुधारों और सहायक घरेलू कारकों के चलते आशावाद के बावजूद शुल्क संबंधी चिंताओं और विदेशी संस्थागत निवेशों की बिकवाली जारी रहने से बाजार पर दबाव है।
इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 901.11 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़ा, जबकि निफ्टी में 314.15 अंक या 1.28 प्रतिशत की तेजी आई।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए।
यूरोप के बाजार मजबूत रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 106.34 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,233.09 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.93 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।
भाषा पाण्डेय