झारखंड में माओवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत, एक घायल
नोमान पवनेश
- 04 Sep 2025, 09:28 PM
- Updated: 09:28 PM
(तस्वीरों के साथ)
रांची/मेदिनीनगर, चार सितंबर (भाषा) झारखंड के पलामू जिले में बुधवार देर रात प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के एक अलग समूह टीएसपीसी के सदस्यों के साथ मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मनातू पुलिस थाना क्षेत्र के केदल इलाके में बुधवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित ‘तृतीया सम्मेलन प्रस्तुति समिति’ (टीएसपीसी) के सदस्यों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी।
पलामू के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) नौशाद आलम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
मृतक सुरक्षाकर्मियों की पहचान कांस्टेबल संतन मेहता और कांस्टेबल सुनील राम के रूप में की गयी है।
आलम ने बताया कि अभी यह नहीं पता चला है कि मुठभेड़ में कितने नक्सली हताहत हुए।
पलामू की पुलिस अधीक्षक (एसपी) आर. रमेशन ने बताया कि केदल गांव में टीएसपीसी कमांडर शशिकांत गंझू और उसके दल की मौजूदगी की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया गया।
उन्होंने बताया, ‘‘जैसे ही सुरक्षा दल मौके पर पहुंचा, टीएसपीसी सदस्यों ने उस पर गोलीबारी शुरू कर दी। मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें तुरंत मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनमें से दो को मृत घोषित कर दिया और घायल पुलिसकर्मी का इलाज किया जा रहा है।’’
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सली मौके से फरार हो गए, जिसके बाद तलाश अभियान शुरू किया गया।
उन्होंने बताया कि शशिकांत के सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम है।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो कर्मियों की मौत पर दुख व्यक्त किया।
गंगवार ने ‘एक्स’ पर कहा, “पलामू में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में वीर जवान संतन कुमार मेहता व सुनील राम के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं दोनों वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं तथा घायल जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं।”
सोरेन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पलामू के मनातू क्षेत्र के केदला जंगल में एक विशेष अभियान के दौरान दो पुलिस कर्मियों, संतन मेहता जी और सुनील राम जी की शहादत अत्यंत दुखद है। मरांग बुरु (आदिवासियों के देवता) दिवंगत वीर शहीदों की आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके शोकाकुल परिवारों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
उन्होंने कहा कि घायल पुलिसकर्मी का उपचार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं घायल पुलिसकर्मी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
इस बीच, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिरीक्षक (आईजी) साकेत कुमार सिंह, आईजी (ऑपरेशन) माइकल राज एस, आईजी अनूप बिरथरे और एसपी (ऑपरेशन) अमित रेणु ने पलामू का दौरा किया और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।
आईजी (ऑपरेशन) ने संवाददाताओं से कहा, "झारखंड पुलिस इस घटना का बदला लेगी। बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उग्रवादियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।"
उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है कि शेष नक्सली आत्मसमर्पण कर दें।
माइकल ने कहा, "यदि शशिकांत और उसका दस्ता जल्द ही आत्मसमर्पण नहीं करता है तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।"
भाषा नोमान