राजस्थान के जैसलमेर में शिकारियों ने किसान की हत्या की
सं पृथ्वी खारी
- 04 Sep 2025, 07:45 PM
- Updated: 07:45 PM
जोधपुर, चार सितंबर (भाषा) राजस्थान के जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में हिरण का शिकार करने से रोकने पर शिकारियों ने किसान पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और एक दुकान को आग लगा दी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इस घटना को लेकर पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा है। इलाके में तनाव व्याप्त है।
जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक शिवहरे ने बताया कि घटना मंगलवार रात डांगरी गांव में उस समय हुई जब 50 वर्षीय किसान खेत सिंह अपने खेत में सो रहे थे।
पुलिस के अनुसार तीन शिकारियों लाडू खान, आलम खान और खेते खान ने हिरण का शिकार करने से रोकने पर किसान पर हमला कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि किसान रात भर घायल अवस्था में पड़ा रहा और इस घटना का पता सुबह तब चला जब कुछ किसानों ने उसे घायल अवस्था में देखा और फतेहगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया। अधिकारी ने बताया कि हालत गंभीर होने के कारण किसान को फतेहगढ़ से बाड़मेर रेफर कर दिया गया जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने एक आरोपी की टायर-ट्यूब की दुकान में आग लगा दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तनाव को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या का कारण किसान द्वारा हिरण के शिकार पर आपत्ति जताना प्रतीत होता है। आगे की जांच जारी है।
अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों को अपने घरों में रहने को कहा गया है। फिलहाल, बाहरी लोगों का गांव में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किसान की हत्या की निंदा करते हुए कहा, ‘‘ ऐसी घटनाओं का लोकतांत्रिक समाज में कोई स्थान नहीं है। प्रशासन दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करेगा। दोषियों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।’’
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘राजस्थान में जंगलराज अपने चरम पर है। जैसलमेर में एक व्यक्ति की महज इसलिए हत्या हो जाना कि उसने कुछ लोगों को शिकार करने से रोका था, बताता है कि अब आम आदमी किस कदर असुरक्षित है और गुंडाराज कितना हावी हो चुका है। हालातों से बेखबर प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रम में जी रहे हैं।’’
भाषा सं पृथ्वी