दलीप ट्रॉफी: गायकवाड़ का शतक, पश्चिम क्षेत्र ने मध्य क्षेत्र के खिलाफ छह विकेट पर 363 रन बनाए
सुधीर नमिता
- 04 Sep 2025, 05:51 PM
- Updated: 05:51 PM
बेंगलुरु, चार सितंबर (भाषा) रुतुराज गायकवाड़ ने यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर की नाकामी की भरपाई करते हुए 184 रन की शानदार पारी खेली जिससे पश्चिम क्षेत्र ने बृहस्पतिवार को यहां दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन मध्य क्षेत्र के खिलाफ छह विकेट पर 363 रन बनाकर वापसी की।
दिन का खेल खत्म होने पर तनुश कोटियान (नाबाद 65) और शारदुल ठाकुर (नाबाद 24) बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ‘बी’ मैदान पर क्रीज पर डटे थे।
दिन के स्टार गायकवाड़ रहे जिन्होंने पिछले महीने बुची बाबू टूर्नामेंट में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए 133 रन की पारी खेलने के बाद लगातार दूसरा शतक जड़ा। उन्होंने अपनी पारी में 206 गेंद का सामना किया।
गायकवाड़ मध्यक्रम में तब बल्लेबाजी के लिए आए जब पश्चिम क्षेत्र की टीम जायसवाल (04 रन) और हार्विक देसाई (01) के विकेट गंवाने के बाद दो विकेट पर 10 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी। जायसवाल को तेज गेंदबाज खलील अहमद ने आउट किया जबकि हार्विक ने दीपक चाहर की गेंद पर पहली स्लिप में यश राठौड़ को आसान कैच थमा दिया।
गायकवाड़ ने इसके बाद आर्य देसाई के साथ तीसरे विकेट के लिए 90 रन की उपयोगी साझेदारी की और पश्चिम क्षेत्र की टीम को वापसी दिलाने की कोशिश की।
गायकवाड़ ने अर्धशतक 85 गेंद में पूरा किया लेकिन दोपहर के सत्र में उन्होंने 131 गेंद में 100 रन पूरे किए और इस तरह दूसरा अर्धशतक केवल 51 गेंद में पूरा हुआ।
गायकवाड़ ने मध्य क्षेत्र के बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे और ऑफ स्पिनर सारांश जैन के खिलाफ आसानी से रन बटोरे। उन्होंने लेट कट और स्क्वायर कट का बेहतरीन इस्तेमाल किया और इन क्षेत्र में 15 चौके सहित लगभग 100 रन बनाए।
इससे स्पिनरों को सीधी लाइन अपनाने पर मजबूर होना पड़ा और धीमी पिच पर महाराष्ट्र के बल्लेबाजों एक या दो रन लेने में ज़्यादा परेशानी नहीं हुई।
पश्चिम क्षेत्र की टीम इसके बार फिर मुश्किल में घिर गई जब उन्होंने आर्य (39), श्रेयस (25) और शम्स मुलानी (18) के विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए जिससे टीम का स्कोर पांच विकेट पर 179 रन हो गया।
अय्यर को पहली ही गेंद पर जीवनदान मिला जब हर्ष दुबे की गेंद पर खलील ने डीप में कैच छोड़ दिया। वह अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन खलील की गेंद पर लेट कट खेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए।
गायकवाड़ को इसके बाद कोटियान के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। दोनों ने छठे विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी की जिससे मध्य क्षेत्र की टीम बैकफुट पर आ गई।
गायकवाड़ हालांकि जब अपने पहले प्रथम श्रेणी दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे तो स्पिनर जैन की गेंद पर चमका खाकर विकेटकीपर उपेंद्र यादव के हाथों स्टंप हो गए।
कोटियान ने इसके बाद कप्तान शारदुल के साथ मिलकर टीम को और झटके नहीं लगने दिए।
भाषा सुधीर