कार पेड़ से टकराने के कारण नाबालिग की मौत, दो घायल, नौवीं का छात्र चला रहा था वाहन
मनीषा अमित
- 03 Sep 2025, 12:55 PM
- Updated: 12:55 PM
सिमडेगा, तीन सितम्बर (भाषा) झारखंड के सिमडेगा जिले में बुधवार सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग-143 पर एक एसयूवी के सड़क किनारे पेड़ से टकरा जाने से एक नाबालिग की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। यह जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि वाहन चला रहा किशोर नौवीं कक्षा का छात्र है।
सिमडेगा सदर थाना प्रभारी रोहित कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सुबह करीब 5.30 बजे सूचना मिली कि एक एसयूवी पेड़ से टकरा गई है। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचने पर पता चला कि वाहन एक नाबालिग छात्र चला रहा था।
उन्होंने बताया कि वाहन में चार नाबालिग सवार थे और वाहन के खैरन टोली के पास पहुंचने पर उसके चालक ने सड़क पर मवेशियों को बचाने के प्रयास में वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया जिससे वाहन पेड़ से टकरा गया।
कुमार ने बताया, “टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि लगभग 16 वर्षीय सूफियां खान वाहन से बाहर उछलकर झाड़ियों में गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वाहन सवार दो अन्य किशोर - आयुष प्रसाद और अंकित कुमार - गंभीर रूप से घायल हुए हैं और सिमडेगा सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।”
उन्होंने बताया कि वाहन नौवीं कक्षा के छात्र अमन टोपनो का था और वही उसे चला रहा था और उसके साथ उसके तीन दोस्त सवार थे।
कुमार ने बताया, “घटनास्थल पर टोपनो नहीं मिला। आशंका है कि वह दुर्घटनास्थल से फरार हो गया या किसी निजी नर्सिंग होम में इलाज करा रहा है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।”
झारखंड में बुधवार को करम पर्व के कारण स्कूल बंद हैं और आशंका है कि किशोर वाहन लेकर लंबी सैर पर निकले थे, जिस दौरान दुर्घटना हो गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अभिभावकों ने नाबालिग को वाहन चलाने की अनुमति क्यों दी।”
सिमडेगा के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अरशी ने भी नाबालिगों को वाहन सौंपने के लिए अभिभावकों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “हम सिमडेगा में यातायात नियमों और लापरवाह ड्राइविंग के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं। लेकिन अभिभावकों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और बच्चों को वाहन चलाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। यह गैरकानूनी है।”
पुलिस वाहन चालक और उसके परिजनों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
भाषा मनीषा