प्रधानमंत्री मोदी ने महाराजा चार्ल्स तृतीय को पौधा भेंट किया
आशीष पारुल
- 25 Jul 2025, 01:07 AM
- Updated: 01:07 AM
लंदन, 24 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पूर्वी इंग्लैंड के नॉरफॉक स्थित सैंड्रिंगम एस्टेट में महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ मुलाकात के दौरान उन्हें "एक पेड़ मां के नाम" पर्यावरण पहल के तहत एक पौधा भेंट किया।
मोदी ने कहा कि दोनों के बीच योग और आयुर्वेद जैसे पहलुओं के साथ-साथ भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते, जिसे व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईटीए) के रूप में जाना जाता है, पर भी चर्चा हुई, जिस पर उनके और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर के बीच हस्ताक्षर हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘महाराजा राजा चार्ल्स तृतीय के साथ बहुत शानदार बैठक हुई।’’
मोदी ने कहा, "हमने भारत-ब्रिटेन संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें सीईटीए और ‘विज़न 2035’ के मद्देनजर व्यापार और निवेश की जमीनी प्रगति भी शामिल थी। चर्चा के अन्य विषयों में शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण, विशेष रूप से योग और आयुर्वेद शामिल थे। हमने पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता पर भी बात की।"
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रधानमंत्री की यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय की प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाताओं को बताया कि पौधारोपण के मौसम के दौरान शाही स्थल पर यह पौधा लगाया जाएगा।
महाराजा के निवास स्थल ‘बकिंघम पैलेस’ ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में मोदी और महाराजा चार्ल्स तृतीय की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "आज दोपहर, महाराजा ने सैंड्रिंगम हाउस में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया।"
बयान में कहा गया है, "मोदी के साथ बिताए गए समय के दौरान, महाराजा को वसंत ऋतु में लगाया जाने वाला एक पेड़ उपहार में दिया गया, जो प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पर्यावरण पहल 'एक पेड़ मां के नाम' से प्रेरित है। यह पहल लोगों को अपनी माताओं के सम्मान में एक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करती है।"
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, महाराजा को भेंट किया गया पौधा डेविडिया इनवोलुक्रेटा 'सोनोमा' प्रजाति का है। इसे आमतौर पर ‘सोनोमा डव ट्री’ के नाम से जाना जाता है। यह एक सजावटी पेड़ है, जो कम समय में और प्रचुर मात्रा में फूल खिलने के लिए प्रसिद्ध है।
डेविडिया इनवोलुक्रेटा प्रजाति के विपरीत, जिसे खिलने में अक्सर 10 से 20 वर्ष लगते हैं, 'सोनोमा' एक समयपूर्व विकसित होने वाली किस्म है। यह पौधा इसे लगाए जाने के दो से तीन वर्षों के भीतर फूल देने लगता है।
भाषा आशीष