शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी के 50 छात्र नेताओं पर कॉलेज परिसरों में आतंक फैलाने का आरोप लगाया
पारुल दिलीप
- 08 Jul 2025, 08:29 PM
- Updated: 08:29 PM
कोलकाता, आठ जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की छात्र शाखा से कथित रूप से जुड़े 50 नेताओं की एक सूची जारी की और उन पर राज्य के कॉलेज परिसरों में आतंक राज फैलाने का आरोप लगाया।
शुभेंदु ने कहा कि ये सभी नेता ‘भाइपो (भतीजा) गिरोह’ से जुड़े हुए हैं और अपने राजनीतिक संबंधों के कारण काफी प्रभावशाली हैं।
'भाइपो' शब्द से स्पष्ट इशारा टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की ओर है, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
शुभेंदु ने शनिवार को कहा था, ‘‘राज्य के कॉलेज परिसरों में कई मोनोजीत मिश्रा हैं। उन सभी को टीएमसी के शीर्ष नेताओं का संरक्षण हासिल है और वे अभिषेक बनर्जी तथा सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य दिग्गजों के साथ अपने संबंधों का बखान करते हैं।’’
मिश्रा ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ सामूहिक बलात्कार मामले में मुख्य आरोपी है।
शुभेंदु ने मंगलवार को ‘भाइपो गिरोह’ के 50 सदस्यों की एक गैलरी जारी की, जिसमें उन लोगों के नाम और फोटो प्रदर्शित किए गए, जिन पर उन्होंने परिसर स्तर पर अनियमितताओं एवं राजनीतिक दबाव में शामिल होने का आरोप लगाया है।
भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि कई लोगों को ‘‘उचित साक्षात्कार या योग्यता के बिना’’ कॉलेज में आकस्मिक कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया।
ये आरोप 25 जून की रात को ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ में प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद लगाए गए हैं।
इस घटना के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मिश्रा, दो वर्तमान छात्र और एक सुरक्षा गार्ड शामिल है।
शुभेंदु ने राज्य सरकार की कथित तुष्टीकरण नीतियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार के उदासीन रवैये के कारण एक विशेष समुदाय के गुंडे अब कांथी, लाभपुर, कमरहाटी में धार्मिक जुलूसों के दौरान और यहां तक कि सियालदह मुख्य खंड में ट्रेन में भी हथियार लहरा रहे हैं। हालांकि, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इसके विपरीत, पुलिस रामनवमी की शांतिपूर्ण शोभा यात्रा पर लगाम लगाने में अत्यधिक सक्रिय थी, जहां पारंपरिक हथियार रखना हमारी परंपराओं का हिस्सा है। ममता बनर्जी सरकार जिहादी तत्वों पर लगाम न लगाकर जम्मू-कश्मीर प्रशासन से भी आगे निकल गई है और मुस्लिम लीग 2.0 का संस्करण बन गई है। भाजपा इसकी अनुमति नहीं देगी।’’
भाषा पारुल