छत्तीसगढ़: अमित शाह ने रायपुर में नक्सलवाद पर सुरक्षा संबंधी दो बैठकों की अध्यक्षता की
संजीव जितेंद्र
- 22 Jun 2025, 10:46 PM
- Updated: 10:46 PM
रायपुर, 22 जून (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नक्सलवाद पर दो महत्वपूर्ण सुरक्षा संबंधी बैठकों की अध्यक्षता की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया नवा रायपुर के एक होटल में शाह ने नक्सलवाद पर छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड और ओड़िशा के पुलिस महानिदेशक-अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
वहीं छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर भी एक समीक्षा बैठक की गयी।
अधिकारियों ने बताया कि बैठकों में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
शाह ने कहा, “पिछले डेढ़ वर्ष में विष्णुदेव साय की सरकार और उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उन्होंने एक रुके हुए नक्सल रोधी अभियान को तेज गति से चलाया और राज्य को नक्सलवाद से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़े। विष्णुदेव और विजय शर्मा ने नक्सल रोधी अभियानों को न सिर्फ धार दी, बल्कि समय-समय पर इस अभियान का मार्गदर्शन किया,”
उन्होंने कहा कि साय और शर्मा ने सुरक्षाबलों का हौसला भी बढ़ाया तथा संपूर्णता के साथ इस लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान दिया।
शाह ने विश्वास के साथ दोहराया कि 31 मार्च, 2026 तक देश नक्सलवाद से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “जिस तरह से हमारे सुरक्षाबलों ने पराक्रम दिखाया है और सूचना एजेंसियों ने सटीक रणनीति बनाई है, उसके आधार पर हम इस लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।”
गृह मंत्री ने कहा कि हर वर्ष बारिश के मौसम में आराम करने वाले नक्सली इस बरसात में चैन की नींद नहीं सो पाएंगे क्योंकि हमारे सुरक्षाबलों का अभियान जारी रहेगा।
शाह ने नक्सलवाद के रास्ते पर भटक कर गए सभी युवाओं से हथियार डालकर राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाने की अपील की।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने बैठकों के बाद संवाददाताओं को बताया कि केंद्रीय मंत्री ने सभी मुद्दों (सुरक्षा और नक्सल विरोधी अभियानों से संबंधित) की समीक्षा की और निर्देश दिए कि मानसून के दौरान अभियान कैसे आगे बढ़ाए जाएं।
शर्मा ने बताया कि शाह ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान रविवार को नक्सली विस्फोट की घटना में जान गंवाने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरपुंजे के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की।
राज्य के सुकमा जिले में नौ जून को नक्सलियों द्वारा लगाए गए ‘प्रेशर बम’ की चपेट में आकर गिरपुंजे शहीद हो गये थे।
शर्मा ने बताया कि शाह ने गिरपुंजे के परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
शाह के सोमवार को बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शिविर में निर्धारित दौरे के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, “कल बारिश के मौसम के पूर्वानुमान के कारण, ऐसा नहीं लगता कि दौरा होगा। सुरक्षा बलों के कमांडरों की एक टीम को रायपुर बुलाया गया है। शाह के रायपुर में उनसे मिलने की संभावना है।”
इससे पहले दिन में शाह ने छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) परिसर और केंद्रीय न्यायालयिक प्रयोगशाला की आधारशिला रखी।
उन्होंने रायपुर में एनएफएसयू के ट्रांजिट (अस्थायी) परिसर का भी डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया।
पिछले वर्ष जनवरी से अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 400 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है।
भाषा संजीव