ईरान धार्मिक यात्रा पर गए पांच लोग फंसे, सपा सांसद ने मदद के लिए केंद्र सरकार को लिखा पत्र
सं सलीम जितेंद्र
- 22 Jun 2025, 09:34 PM
- Updated: 09:34 PM
बलिया/बाराबंकी, 22 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा कस्बे से ईरान में धार्मिक यात्रा पर गए पांच लोग इजराइल के साथ युद्ध के बाद बने हालात में वहां फंस गए।
बलिया से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद सनातन पांडेय ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मामले में आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया।
ईरान में फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी को लेकर परिजनों ने प्रार्थना कर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
बलिया जिले के रसड़ा कस्बे के सैयद असद अली बाकर, सैयद मोहम्मद मुजतबा हुसैन, सैयद मोहम्मद अन, शमा जहां और सैयद नज्मुसकिब धार्मिक यात्रा पर ईरान गए थे और इजराइल के साथ संघर्ष के कारण वे तेहरान में फंसे हुए हैं।
रसड़ा कस्बे के निवासी आतिफ ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनके परिवार के ये सभी सदस्य गत 25 मई को धार्मिक यात्रा पर इराक के बाद ईरान पहुंचे।
उन्होंने बताया कि सभी लोग फिलहाल तेहरान के एक होटल में सुरक्षित हैं और उनका परिवार सभी के सकुशल देश वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है।
आतिफ ने बताया कि रसड़ा कस्बे के मसीउर्रहमान भी इनके साथ ही गए थे, लेकिन वह इराक से सात जून को ही भारत लौट आए थे।
इस बीच, सांसद सनातन पांडेय ने शनिवार को विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर तेहरान में फंसे पांच लोगों के सकुशल भारत लौटने के लिए आवश्यक पहल करने का अनुरोध किया।
पांडेय ने पत्र में कहा कि सभी लोग तेहरान में फंस गए हैं और युद्ध के कारण विमान सेवा बंद है, जिससे उनके भारत आने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है।
उन्होंने सरकार से मदद की अपील की।
वहीं, बाराबंकी जिले के परिवार संघर्ष के कारण इजराइल में फंसे अपने परिजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
बताया जा रहा है कि श्रमिक बंकरों में रह रहे हैं और भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क में हैं।
इजराइल में फंसे हुए लोगों के परिवार के सदस्यों के मुताबिक, संघर्ष के कारण इजराइल में अनेक कारखाने बंद हो गए हैं, जिससे भारतीय श्रमिकों को अपने दिन बंकरों में बिताने पड़ रहे हैं हालांकि वे वीडियो कॉल के जरिये उनसे बात कर पा रहे हैं।
देवा थाना क्षेत्र के नई बस्ती घेरी गांव के परिवार अपने प्रियजनों की सलामती को लेकर फिक्रमंद हैं।
इजराइल में फंसे हुए लोगों में से एक मोनू सिंह के भाई ओमकार सिंह ने बताया, “मैं मोनू से हर सुबह और शाम बात करता हूं। वह बंकर में हैं। मोनू हमें वहां मिसाइल दागे जाने के वीडियो भी भेजता है।”
पिछले करीब 14 महीने से इजराइल में काम कर रहे बबलू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर वीडियो कॉल में बताया, “जैसे ही सायरन बजता है, हम सभी बंकरों में चले जाते हैं। बंकरों में भोजन और पानी की व्यवस्था होती है।”
इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईरान-इजराइल संघर्ष में फंसे भारतीयों को वापस लाने की सरकार से अपील करते हुए कहा, “सरकार को कूटनीतिक प्रयास करके और विशेष विमान भेजकर दूसरे देशों में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाना चाहिए।”
भाषा सं सलीम