अमित शाह ने कर्नाटक भाजपा नेताओं से पुराने मतभेद भुलाकर एकजुट होकर काम करने को कहा
आशीष माधव
- 21 Jun 2025, 08:33 PM
- Updated: 08:33 PM
बेंगलुरु, 21 जून (भाषा) आगामी दिनों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘‘अच्छे अवसरों’’ को देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के नेताओं से सभी पुराने मतभेदों को भुलाकर एकजुटता का आह्वान किया है।
यह आह्वान भाजपा की प्रदेश इकाई में आंतरिक मतभेदों और गुटबाजी के बीच आया है।
शाह ने यह टिप्पणी 20 जून को यहां राज्य के पार्टी नेताओं के साथ बैठक के दौरान की थी और इसका खुलासा भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने शनिवार को किया।
शाह आदिचुंचनगिरी विश्वविद्यालय (एसीयू) बेंगलुरु परिसर, बीजीएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए आए थे।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘कल (20 जून) हमारे कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ, मैंने अमित शाह जी से मुलाकात की और राज्य के घटनाक्रम के बारे में लगभग 20-25 मिनट तक विस्तृत चर्चा की। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से उसने जो फूट डालो और राज करो की नीति अपनाई है और यह प्रशासन किस तरह किसानों और गरीबों के लिए अभिशाप बन गया है, इस पर चर्चा हुई और उन्होंने हमारी बात धैर्यपूर्वक सुनी।’’
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शाह ने राज्य भाजपा नेताओं से पुराने मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर काम करने को कहा।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘उन्होंने (शाह ने) हमें संदेश दिया है कि पार्टी के पास आने वाले दिनों में अच्छे अवसर हैं और राज्य के सभी नेताओं को सभी मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर काम करना चाहिए। तभी कार्यकर्ता सम्मान महसूस करेंगे और लोग हम पर भरोसा भी करेंगे।’’
पार्टी के नेताओं का एक वर्ग विजयेंद्र की आलोचना करता रहा है और उनके अध्यक्ष पद का विरोध करता रहा है। उन पर सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ ‘‘साठगांठ की राजनीति’’ में लिप्त होने का आरोप लगाता रहा है। उन्होंने पार्टी को नियंत्रित करने के लिए विजयेंद्र और उनके पिता-वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा की भी आलोचना की है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे, विजयेंद्र ने कहा, ‘‘देखते हैं। हमारी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है। मुझे विश्वास है कि सभी जिला अध्यक्षों और नेताओं से राय लेने के बाद जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।’’
भाषा आशीष