कर्नाटक में कांग्रेस विधायक ने आवास आवंटन में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया
सुभाष अविनाश
- 20 Jun 2025, 09:16 PM
- Updated: 09:16 PM
बेंगलुरु, 20 जून (भाषा) कर्नाटक में आवास आवंटन में कथित रिश्वतखोरी के बारे में आलंद से कांग्रेस विधायक बी आर पाटिल की फोन पर कथित बातचीत में नाराजगी जताये जाने से राज्य में उनकी पार्टी की सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है वहीं विपक्ष ने उस पर निशाना साधा है।
स्थानीय टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित एवं कथित तौर पर लीक हुई बातचीत में पाटिल ने आवास मंत्री जमीर अहमद खान के निजी सचिव सरफराज खान के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में राजीव गांधी आवास निगम लिमिटेड के तहत मकान उन लोगों को आवंटित किए जा रहे हैं, जिन्होंने रिश्वत दी है।
पाटिल कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी हैं।
सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से बचते नजर आ रहे हैं, वहीं भाजपा और जद (एस) नेताओं ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कमीशनखोरी, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार व्याप्त है।
भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से मंत्री खान का इस्तीफा लेने और आरोपों की न्यायिक जांच के आदेश देने की मांग की है।
लीक हुए ऑडियो में, जिन्हें पाटिल बताया जा रहा है, उन्हें मंत्री के निजी सचिव से यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘मुझे गलत मत समझिए, यह आश्चर्य की बात है कि जो लोग पैसा दे रहे हैं, उन्हें राजीव गांधी आवास निगम में मकान मिल रहे हैं... क्या यहां धंधा हो रहा है?’’
इस पर विधायक के निजी सचिव सरफराज ने उनसे विस्तृत जानकारी मांगी और आश्वासन दिया कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
उन्हें यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘हमने ऐसा कुछ नहीं किया है। अगर किसी ने ऐसा किया है तो हम उसे जेल भेज देंगे।’’ इस पर पाटिल ने कहा, ‘‘मैं अपनी ही सरकार पर आरोप क्यों लगाऊंगा? मेरे संज्ञान में आया है कि जिन्होंने पैसे दिए हैं, उन्हें आवास मिल गए हैं।’’
सरफराज ने कहा, ‘‘ऐसा संभव नहीं था। घर हैं ही नहीं, तो कैसे आवंटित हो सकते हैं?"
ऑडियो में पाटिल को यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘मैंने एक पत्र भेजा था, कुछ नहीं हुआ। वही पत्र ग्राम पंचायत अध्यक्ष ने मुझसे लिया और पैसे देकर घर आवंटित करा लिए। अगर यही हाल रहा, तो हमारी इज्जत का क्या होगा?’’
पाटिल ऑडियो में बताते हैं कि मुन्नाल्ली गांव में 200 घर, दरगा शिरूर में 100, धंगापुरा में 200, कवलगा में 200, मडियाल गांव में 200 समेत कुल 950 घर पैसे लेकर आवंटित किए गए। वह कहते हैं, ‘‘पैसे देकर घर आवंटित किए गए हैं। अगर मैं मुंह खोलूंगा तो सरकार हिल जाएगी।’’
ऑडियो के लीक होने और इसकी विषय-वस्तु पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
वहीं, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि यदि संबंधित मंत्री खान को सूचित किया जाता है कि कहां और किस स्तर पर चीजें हुई हैं, तो वह इसकी जांच करेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
ऑडियो में पाटिल के आरोपों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जद (एस) नेता और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने पूछा, ‘‘क्या आप हैरान हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी चीजें लगातार हो रही हैं। भूखंड आवंटित करने या भुगतान बिलों को मंजूरी देने के दौरान कमीशन मांगा जा रहा है....यहां आरोप मेरे या विपक्षी दलों द्वारा नहीं लगाया जा रहा है, यह एक ऐसे व्यक्ति द्वारा लगाया जा रहा है जो सरकार का हिस्सा है। वे चुनाव लड़ने के लिए किसी तरह से पैसा कमाना चाहते हैं।’’
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