टाटा मोटर्स की बोर्ड बैठक, चंद्रशेखरन ने एअर इंडिया विमान दुर्घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी
प्रशांत माधव
- 20 Jun 2025, 06:22 PM
- Updated: 06:22 PM
नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) टाटा मोटर्स के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को यहां कंपनी की 80वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में प्रबंधन और अंशधारकों के साथ मिलकर एअर इंडिया विमान दुर्घटना के पीड़ितों को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
चंद्रशेखरन टाटा संस के भी अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि टाटा समूह को अपने पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा की कमी खलेगी, जिनका पिछले वर्ष निधन हो गया था।
अहमदाबाद में 12 जून को विमान दुर्घटना के बाद यह टाटा समूह की किसी कंपनी की पहली वार्षिक आम बैठक थी जिसमें चंद्रशेखरन ने भाग लिया।
वह समूह की दो अन्य कंपनियों - टीसीएस और टीसीपीएल - की वार्षिक आम बैठक में शामिल नहीं हुए थे, जो इस सप्ताह की शुरुआत में हुई थी।
चंद्रशेखरन ने कहा, “आगे चलकर, आर्थिक चक्रों में अस्थिरता बनी रहेगी - व्यापक भू-राजनीतिक संघर्षों, सैन्य वृद्धि, आपूर्ति श्रृंखलाओं और शुल्क व्यवस्थाओं के पुनर्निर्धारण से लेकर कृत्रिम बुद्धिमता और ऊर्जा संक्रमण तक। ऑटोमोबाइल क्षेत्र में ये सभी व्यवधान कहीं और अधिक स्पष्टता से नजर आते हैं।”
उन्होंने अंशधारकों को संबोधित करते हुए कहा, “...अब मैं कुछ विचार साझा करना चाहूंगा। आज बात करने के लिए बहुत कुछ है। सबसे पहले मैं चाहूंगा कि हम एअर इंडिया उड़ान (एआई) 171 त्रासदी से प्रभावित सभी परिवारों और प्रियजनों के साथ-साथ जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौन रखकर शुरुआत करें।”
एअर इंडिया का विमान एआई-171 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में सवार 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान चली गयी थी। विमान में 242 लोग सवार थे। एक यात्री इस हादसे में बच गया था। विमान लंदन के लिये उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद शहर के मेघानीनगर क्षेत्र में स्थित एक मेडिकल कॉलेज परिसर की इमारत से जा टकराया था जिससे जमीन पर मौजूद 29 लोगों की भी मौत हो गयी थी।
एक मिनट का मौन रखने के बाद चंद्रशेखरन ने अपना संबोधन पुनः शुरू किया और कहा, “मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं और मैं जानता हूं कि आपकी भी संवेदनाएं उनके साथ हैं।”
उन्होंने कहा, “एक राष्ट्र के रूप में, एक समूह के रूप में और मानवीय स्तर पर हम सभी के लिए यह एक लंबा और अशांत सप्ताह रहा है, जिसमें हम एक ही समय में दुख, शोक और अनिश्चितता ने हमें झकझोर कर रख दिया है।”
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने नुकसान से भरे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल के अंत में हमने रतन टाटा को अंतिम विदाई दी, जिनके नेतृत्व में समूह ने अपने मूल्यों पर अडिग रहते हुए विस्तार किया।”
टाटा समूह के अध्यक्ष ने कहा, “वह एक मित्र थे और ऐसे व्यक्ति थे जिनका मार्गदर्शन मैं चाहता था, जिनकी मनुष्यता की मैं प्रशंसा करता था और हर छोटी बात पर उनका ध्यान देना मुझे हमेशा प्रेरित करता रहेगा। उन्हें बहुत याद किया जाएगा।”
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