साझेदार देशों का ‘अपमान’ करने के बजाय व्यापार संबंध मजबूत बनाने को प्राथमिकता दें गोयल: आनंद शर्मा
हक हक सुरेश
- 20 Jun 2025, 02:55 PM
- Updated: 02:55 PM
नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के ‘‘आसियान देशों से संबंधित एक बयान को’’ शुक्रवार को ‘अनुचित एवं दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और कहा कि उन्हें साझेदार देशों का अपमान करने के बजाय उनके साथ व्यापार संबंधों को मजबूत बनाने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
वाणिज्य मंत्री गोयल ने बृहस्पतिवार को लंदन में कहा था कि 15 साल पहले जब उनकी पार्टी की सरकार सत्ता में नहीं आई थी, तब भारत 'प्रतिस्पर्धी' देशों के साथ व्यापार समझौते करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा था।
उन्होंने कहा था, “यह वाकई में मूर्खतापूर्ण है क्योंकि (यह) मेरे बाजार को मेरे प्रतिस्पर्धियों के लिए खोल रहा है, जिनमें से कई अब चीन की ‘बी’ टीम बन गए हैं। इसलिए प्रभावी रूप से और अप्रत्यक्ष रूप से, मैंने अपने बाजार को उन वस्तुओं के लिए खोल दिया है जो चीन से भारत में आती हैं।”
पूर्व वाणिज्य मंत्री शर्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का भारत-आसियान व्यापार समझौतों को कमतर आंकने वाला बयान अनुचित, अविवेकपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत और आसियान दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन देशों के समूह के बीच तीन दशकों से बहुआयामी संबंध हैं, जो परस्पर लाभकारी और महत्वपूर्ण हैं।’’
उन्होंने कहा कि यह संबंध ‘लुक ईस्ट’ नीति का एक अभिन्न अंग है, जो आर्थिक रूप से जीवंत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के साथ जुड़ाव के लिए अत्यधिक भू-रणनीतिक महत्व वाले क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने के लिए है।
उनका कहना है, ‘‘भारत की सरकारों ने इस नीति का सचेत रूप से पालन किया है और भारत-आसियान संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया है। भारत, ‘आसियान+छह’ (जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, चीन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) का भी सदस्य है। इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया रणनीतिक साझेदार देश हैं।’’
शर्मा के अनुसार, पीयूष गोयल का बयान गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक है, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन) के साथ व्यापार समझौते को मूर्खतापूर्ण बताया है और इन देशों को चीन की बी टीम करार दिया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वह भूल गए हैं कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस साल गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पीयूष गोयल को व्यापार के इस बुनियादी नियम की याद दिलाने की जरूरत है कि कोई भी देश कोई चीज निर्यात नहीं कर सकता यदि वह उसका उत्पादन नहीं करता है और न ही वह आयात कर सकता है यदि उसे उस चीज की जरूरत नहीं है।’’
कांग्रेस नेता ने इस बात का उल्लेख किया कि आसियान भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जो भारत के कुल वैश्विक व्यापार का 11 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।
शर्मा ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘एक-दूसरे से जुड़ी और एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में भागीदारी ही आगे बढ़ने का रास्ता है, न कि बहिष्कार और अलगाव। वाणिज्य मंत्री को साझेदार देशों के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने को प्राथमिकता देनी चाहिए और अमेरिका के साथ उसकी शर्तों पर व्यापार समझौते पर बातचीत करने के लिए इन देशों का अपमान नहीं करना चाहिए।’’
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