केरल में महिला की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा, परिवार ने किया बचाव
गोला मनीषा
- 20 Jun 2025, 01:53 PM
- Updated: 01:53 PM
कन्नूर (केरल), 20 जून (भाषा) केरल में सामाजिक उत्पीड़न के कारण 40 वर्षीय महिला के आत्महत्या करने के बाद पुलिस ने उसके सुसाइड नोट के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया जबकि उसके परिवार ने इन आरोपियों का बचाव किया और उसके एक पुरुष मित्र पर ही उसका आर्थिक शोषण करने का आरोप लगाया है।
तीन बच्चों की मां रसीना मंगलवार को पिनाराई गांव स्थित अपने घर में मृत पायी गयी थी।
पुलिस के अनुसार, उसके सुसाइड नोट से पता चला है कि उसे कुछ व्यक्तियों के कारण सार्वजनिक अपमान और परेशानी का सामना करना पड़ा, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, रसीना की मां फातिमा ने शुक्रवार को कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग उनके रिश्तेदार हैं, जिनकी उनकी बेटी की मौत में कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वे निर्दोष हैं। असली मुद्दा यह है कि मेरी बेटी से सोना और पैसा ठगा गया।’’ फातिमा ने कहा कि परिवार मायिल गांव के उस युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रहा है जो रसीना से रोजाना मिलने आता था।
फातिमा ने कहा, ‘‘जब रसीना की शादी हुई थी, तब उसके पास करीब 40 सोने के सिक्के थे लेकिन अब कुछ भी नहीं बचा है। उसने कई लोगों से पैसे उधार भी लिए थे। हमारा मानना है कि उस आदमी ने सब कुछ हड़प लिया। उसका पति एक इज्जतदार आदमी है और उसे इस बारे में कुछ भी पता नहीं था।’’
इस बीच, पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट से पता चलता है कि रसीना भावनात्मक रूप से टूट चुकी थी।
उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने रसीना को धमकाया और बदनाम किया, यहां तक कि उसके दोस्त से मोबाइल फोन समेत कई उपकरण जबरन छीन लिए। एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘उसने लिखा है कि वह ऐसी स्थिति में है जहां वह अब और नहीं जी सकती।’’
पुलिस ने बताया कि जिन लोगों की कथित तौर पर आत्महत्या में भूमिका है, उनके पास से उपकरण बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मामले में शामिल सभी लोगों से विस्तार से पूछताछ की गयी है।
पुलिस ने बताया कि रसीना के मित्र रहीस से भी पूछताछ की जाएगी।
घटनास्थल से बरामद नोट के आधार पर पुलिस ने मामले के सिलसिले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था, जो प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा है।
गिरफ्तार लोगों की पहचान वी सी मुबशीर (28), के ए फैजल (34) और वी के राफनास (24) के रूप में हुई है। ये सभी एक ही इलाके के निवासी हैं।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने एक मस्जिद के पास रसीना और उसके दोस्त को कथित तौर पर रोका था और बाद में रहीस से मारपीट की और उसे कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा।
उन्होंने उसका मोबाइल फोन भी कथित तौर पर छीन लिया और देर रात उसे छोड़ने से पहले परिवार के सदस्यों को एसडीपीआई के एक कार्यालय में बुलाया था।
कथित नैतिक पुलिसिंग की घटना के बाद तीन बच्चों की मां की आत्महत्या पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष पी के श्रीमति ने कहा कि उस गांव में जो हुआ वह ‘‘तालिबानी’’ घटना है।
श्रीमती ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘कुछ लोगों की मानसिकता है जो मानते हैं कि एक मुस्लिम महिला को उस व्यक्ति से बात नहीं करनी चाहिए जो उसका पति नहीं है, और यह तालिबान जैसी मानसिकता ही थी जिसके कारण युवती ने आत्महत्या कर ली।’’
भाषा
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