जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लंदन में अहमदाबाद विमान दुर्घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई
संतोष प्रशांत
- 15 Jun 2025, 07:32 PM
- Updated: 07:32 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, 15 जून (भाषा) वार्षिक जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) लंदन का उद्घाटन अहमदाबाद विमान दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए एक गमगीन माहौल में हुआ। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में ब्रिटिश लाइब्रेरी में कुछ पल का मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गयी।
अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ पल बाद ही एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी की भागीदारी वाले इस योजनाबद्ध उद्घाटन सत्र के विषय को ‘शब्दों की शक्ति’ पर बातचीत में बदल दिया गया, जिसमें थरूर और ब्रिटेन स्थित इतिहासकार-लेखिका श्रावणी बसु ने इतने बड़े पैमाने पर उपजे दुःख से निपटने में शब्दों की अपर्याप्तता पर विचार व्यक्त किया।
इस विमान को बृहस्पतिवार शाम को लंदन गैटविक हवाई अड्डे पर उतरना था लेकिन इसके पहले ही दुखद दुर्घटना के कारण 270 लोगों की मौत हो गई जिसमें 53 ब्रिटिश नागरिक शामिल थे।
थरूर ने कहा, ‘‘दर्द की भाषा शब्द नहीं बल्कि मौन है।’’ थरूर ने दर्शकों को बताया कि दुर्घटना के समय वह लंदन जाने वाली एअर इंडिया की एक अन्य उड़ान में सवार थे।
उन्होंने कहा, ‘‘दुख, पीड़ा, हानि की भाषा कई मायने में स्याह परिदृश्य है। यह अक्सर उस गहन वीरानी के लिए अपर्याप्त होती है जिसे मनुष्य महसूस करता है और भाषा, मुझे लगता है कि अपर्याप्त रूप से, इसे व्यक्त करने का प्रयास करती है।’’
‘स्पाई प्रिंसेस: द लाइफ ऑफ नूर इनायत खान’ और ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल: द ट्रू स्टोरी ऑफ द क्वीन्स क्लोजेस्ट कॉन्फिडेंट’ की लेखिका बसु ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि आज हम इस कमरे को शब्दों की शक्ति से भर सकेंगे, शब्द जो हमें एकजुट करेंगे, हमें सांत्वना देंगे, उन लोगों को याद करेंगे जिन्होंने अपना जीवन खो दिया और साथ ही उनके दिलों में जो प्यार था, जिसे हम सभी उनके साथ साझा करते हैं।”
जयपुर में आयोजित मुख्य साहित्य महोत्सव से जुड़े कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम दुनियाभर के अन्य हिस्सों में आयोजित किए जाते हैं जिनमें जेएलएफ लंदन भी एक है। रविवार तक चलने वाले जेएलएफ लंदन में कला से साहित्य, इतिहास से विज्ञान, व्यंजन से फिल्म, अंतरराष्ट्रीय राजनीति से स्थिरता तक कई विषयों पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के वक्ताओं और लेखकों ने एक मंच पर शिरकत की।
‘टीमवर्क आर्ट्स’ के प्रबंध निदेशक एवं जेएलएफ प्रोड्यूसर संजय रॉय ने कहा, ‘‘रचनात्मकता हमारे हर काम के केंद्र में है और रहेगी।’’
इस वर्ष के कार्यक्रम में ‘हार्ट लैंप’ के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता और कन्नड़ लेखक बानू मुश्ताक, गीतकार और कवि जावेद अख्तर, उपन्यासकार शोभा डे, नाटककार हनीफ कुरैशी और डेविड हेयर, जेएलएफ के सह-निदेशक विलियम डेलरिम्पल और नमिता गोखले सहित अन्य से जुड़े सत्र शामिल हैं।
भाषा संतोष