कार्डियो वजन उठाने से पहले करना चाहिए या बाद में? नए शोध से मिल सकता है इसका जवाब
जोहेब नेत्रपाल
- 15 Jun 2025, 04:13 PM
- Updated: 04:13 PM
(जैक मैकनामरा, यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन)
लंदन, 15 जून (द कन्वरसेशन) फिटनेस के प्रति जुनूनी लोग दशकों से इस प्रश्न पर बहस करते रहे हैं कि ‘कार्डियो’ करना वजन उठाने से पहले बेहतर होता है या बाद में? हाल तक, इसका उत्तर काफी हद तक पसंद पर निर्भर करता था - कुछ लोग वजन उठाने से पहले जॉगिंग करते थे, जबकि अन्य लोगों का मानना था कि पहले वजन उठाना वसा को खत्म करने के लिए बेहतर है।
लेकिन एक नए शोध ने अंततः इस लंबे समय से विवादित प्रश्न का उत्तर दे दिया है।
शोध के अनुसार, आपके व्यायाम का क्रम इस बात को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है कि आप कितनी चर्बी कम करते हैं। जिन प्रतिभागियों ने वजन उठाने के बाद कार्डियो किया, उनमें कार्डियो करने के बाद वजन उठाने वालों की तुलना में काफी अधिक चर्बी कम हुई और वे पूरे दिन शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय रहे।
शोधकर्ताओं ने 18-30 वर्ष की आयु के 45 युवा पुरुषों पर यह शोध किया, जिन्हें मोटापे से ग्रस्त माना गया था। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को 12 सप्ताह के लिए तीन समूहों में विभाजित किया।
इन समूहों में से एक ‘कंट्रोल ग्रुप’ था। इसका मतलब यह है कि वे अपनी सामान्य जीवनशैली के अनुसार रहे और व्यायाम कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया।
अन्य दो समूहों में शामिल लोगों ने सप्ताह में तीन बार 60 मिनट तक व्यायाम किया। प्रतिभागियों को दैनिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्पोर्ट्स घड़ियां भी दी गईं। इससे शोधकर्ताओं को मदद मिली, क्योंकि इससे सही आंकड़े हासिल हुए।
दोनों व्यायाम समूहों ने एक जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रम अपनाए, केवल व्यायाम क्रम में अंतर था। प्रतिभागियों ने बेंच प्रेस, डेडलिफ्ट, बाइसेप कर्ल और स्क्वाट जैसे व्यायाम किए। कार्डियो सत्र में 30 मिनट तक ‘साइकिलिंग’ शामिल थी।
दोनों समूहों के प्रतिभागियों ने अपनी हृदय संबंधी फिटनेस, मांसपेशियों की ताकत और शारीरिक बनावट में सुधार का अनुभव किया। उनके शरीर से चर्बी कम हुई और मांसपेशियों का वजन कम हुआ।
लेकिन असली अंतर तब सामने आया जब बात चर्बी घटाने और मांसपेशियों के प्रदर्शन की आई। जिन प्रतिभागियों ने पहले वजन उठाया, उनके शरीर की कुल वसा और ‘विसरल’ वसा में उल्लेखनीय रूप से कमी देखी गई। विसरल वसा हृदय रोग के जोखिम से सबसे अधिक जुड़ी हुई होती है।
पहले वजन उठाने वाले दिनभर में 3,500 कदम ज्यादा चले जबकि पहले कार्डियो करने वाले केवल 1,600 कदम ज्यादा चल पाए। इसके अतिरिक्त, वजन पहले उठाने वालों की मांसपेशियों की सहनशक्ति और मजबूती में इजाफा हुआ।
शोध में पोषण पदार्थों का सेवन, नींद के पैटर्न या तनाव के स्तर को शामिल नहीं किया गया, ये सभी शरीर की संरचना के परिणामों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
भविष्य के शोध में इन कारकों को शामिल किया जाना चाहिए ताकि और भी अधिक व्यापक मार्गदर्शन प्रदान किया जा सके।
ऐसे में, चाहे आप वजन उठाने से पहले कार्डियो करें या बाद में, संदेश स्पष्ट है: दोनों ही तरीकों से स्वास्थ्य में समग्र सुधार होगा। एकमात्र अंतर यह है कि कार्डियो से पहले वजन उठाने से वसा घटने, पेट की चर्बी कम होने और दैनिक शारीरिक गतिविधि बढ़ने जैसे लाभ मिलते हैं।
(द कन्वरसेशन)
जोहेब