अहमदाबाद विमान दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित: नागरिक उड्डयन मंत्री
अमित सुभाष
- 14 Jun 2025, 05:54 PM
- Updated: 05:54 PM
नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) सरकार ने शनिवार को कहा कि अहमदाबाद विमान दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है और जांच सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है।
बृहस्पतिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ शुक्रवार शाम को घटनास्थल से बरामद किया गया।
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से, विमान दुर्घटना से कुछ क्षण पहले क्या हुआ था, इसकी पूरी जानकारी मिल सकेगी।’’
अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान बृहस्पतिवार दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा।
मंत्री ने कहा कि देश में विमानन सुरक्षा के बहुत सख्त मानक और मजबूत प्रोटोकॉल हैं तथा सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘विमान दुर्घटना के बारे में जो भी सिद्धांत हैं, उनका विश्लेषण किया जाएगा।’’
गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति सोमवार को बैठक करेगी और उम्मीद है कि समिति तीन महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच सुचारू रूप से जारी है।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) दुर्घटना की जांच कर रहा है।
संवाददाता सम्मेलन से पहले, एअर इंडिया विमान दुर्घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।
उन्होंने कहा कि शवों की शिनाख्त करने और उन्हें परिजनों को सौंपने के लिए डीएनए जांच की जा रही है।
मंत्री ने कहा, ‘‘गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है। वे दुर्घटना के समय से ही वहां मौजूद हैं और वे अपनी ओर से सभी आवश्यक प्रयास और उपाय कर रहे हैं, इसलिए डीएनए जांच में शवों की पहचान होने के बाद वे संबंधित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।"
नायडू ने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी। हमारे देश में भी सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं और आईसीएओ समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी बार-बार यह साबित किया है कि हमारे पास बहुत सख्त प्रोटोकॉल है, मजबूत प्रोटोकॉल है जिसका हम हर बार पालन करते हैं।’’
नायडू ने कहा कि ‘‘लेकिन इसके बाद भी, जब यह घटना हुई तो हमें लगा कि बोइंग 787 श्रृंखला पर भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के माध्यम से, हमने 787 विमानों पर भी विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है।’’
मंत्री ने कहा कि आज भारतीय विमान बेड़े में 34 (दुर्घटना से पहले) बोइंग 787-8 हैं और ‘‘मेरा मानना है कि आठ का पहले ही निरीक्षण किया जा चुका है।’’ उन्होंने कहा कि (विमानन) सुरक्षा में सुधार के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, उठाए जाएंगे।
उच्च स्तरीय समिति के गठन के बारे में मंत्री ने कहा कि इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों से तीन व्यक्ति शामिल हैं तथा वे लोग इस घटना की समग्र रूप से जांच करेंगे, जिनके बारे में सरकार को लगता है कि वे लोग इसमें काफी विशेषज्ञता ला सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके लिए बैठकर विभिन्न हितधारकों से बात करने और जांच के लिए आवश्यक किसी अन्य महत्वपूर्ण विशेषज्ञ को शामिल करने और चर्चा करने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की है।’’
उन्होंने कहा कि एएआईबी टीम का मानना है कि "ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से इस बारे में सटीक जानकारी मिलेगी कि दुर्घटना के दौरान या दुर्घटना से पहले वास्तव में क्या हुआ होगा।"
नायडू ने कहा, ‘इसलिए, हम भी रिपोर्ट के परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि हम भी रिपोर्ट के परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अहमदाबाद में विमान दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए नायडू ने कहा, "मैं परिवार के सदस्यों द्वारा महसूस किए जा रहे दर्द और पीड़ा को ...कुछ हद तक समझ सकता हूं।"
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोहराना चाहूंगा कि यह एक बहुत ही भयावह घटना थी, सभी के लिए।"
प्रेसवार्ता में मीडिया से कोई सवाल नहीं लिया गया।
भाषा अमित