बांग्लादेश में टैगोर के पैतृक घर पर तोड़फोड़ भारत की सभ्यतागत विरासत पर हमला: भाजपा
जितेंद्र अविनाश
- 12 Jun 2025, 08:20 PM
- Updated: 08:20 PM
नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बांग्लादेश में रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर में तोड़फोड़ की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार की निंदा की और इस घटना को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक व सभ्यतागत विरासत पर हमला करार दिया।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रतिष्ठित भारतीय हस्ती टैगोर की विरासत को निशाना बनाने वाली घटना की वैश्विक निंदा का आह्वान किया और इसे इस्लामी समूहों द्वारा ‘पूर्व नियोजित’ हमला बताया।
बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में मंगलवार को भीड़ ने नोबेल पुरस्कार विजेता टैगोर के पैतृक घर पर हमला कर तोड़फोड़ की।
भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने मीडिया में जारी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि हमले के पीछे जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम का हाथ है।
उन्होंने कहा कि टैगोर बंगाल और भारतीय संस्कृति व सभ्यता के एक प्रतिष्ठित प्रतीक हैं।
पात्रा ने इस मुद्दे को नहीं उठाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह पड़ोसी बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को वोट बैंक के तौर पर देखती हैं तथा राजनीतिक कारणों से चुप हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “वह (ममता बनर्जी) वोट बैंक की राजनीति से और हम सांस्कृतिक राजनीति से प्रेरित हैं।”
पात्रा ने कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और उसका आचरण उचित नहीं रहा है।
उन्होंने विश्व समुदाय से इस घटना के खिलाफ एकजुट होने की अपील की और कहा कि उनकी पार्टी समावेशिता में विश्वास करती है।
पात्रा ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर दृढ़ता से खड़ी है और वैश्विक अपील करती है कि नैतिकता, सांस्कृतिक अखंडता, रचनात्मकता व सभ्यतागत सद्भाव के मूल्यों को बनाए रखने वाले सभी राष्ट्रों को इस जघन्य कृत्य की स्पष्ट निंदा करने के लिए एक साथ आना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भाजपा का दृढ़ विश्वास है कि राष्ट्रीय सीमाओं से परे फैली भारत की संस्कृति और सभ्यता बांग्लादेश में निशाने पर आ गई है।
पात्रा ने कहा कि टैगोर ने इस पैतृक घर में कई यादगार रचनाएं कीं।
टैगोर के पैतृक घर को ‘कछारीबाड़ी’ के नाम से जाना जाता है और बांग्लादेश सरकार ने इसे संग्रहालय के रूप में मान्यता दी हुई है।
टैगोर को विभिन्न क्षेत्रों में उनके अपार योगदान के कारण गुरुदेव कहा जाता है।
भाजपा सांसद ने कहा कि उन्होंने (टैगोर ने) न केवल भारत का बल्कि बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा है।
बांग्लादेश में पिछले वर्ष शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद इस्लामी कट्टरपंथियों की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है।
भाषा जितेंद्र