जगन ने तंबाकू उत्पादक किसानों की उपेक्षा के लिए आंध्र सरकार की आलोचना की
यासिर माधव
- 11 Jun 2025, 05:43 PM
- Updated: 05:43 PM
प्रकाशम (आंध्र प्रदेश), 11 जून (भाषा) युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर तंबाकू उत्पादक किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिए एपी मार्कफेड के माध्यम से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
जिले के पोडिली में पत्रकारों से बात करते हुए रेड्डी ने कहा कि कीमतें 360 रुपये से कथित तौर पर गिरकर 240 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई हैं, जिसके कारण सरकारी मदद की कमी से कुछ स्थानों पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
इस बीच, रेड्डी की पोडिली यात्रा के दौरान उस समय तनाव व्याप्त हो गया, जब एक स्थानीय समाचार चैनल पर कथित तौर पर अमरावती की महिलाओं का अपमान करने वाली उनकी टिप्पणी प्रसारित होने से नाराज कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उनसे माफी मांगने की मांग की।
वाईएसआरसीपी के एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि क्षेत्र से गुजर रहे रेड्डी के काफिले पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चप्पल फेंकी गई।
इस बीच रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘दो किसानों की मौत हो गई है। सरकार को मार्कफेड को लाना चाहिए और इसकी कीमत 280 रुपये प्रति किलोग्राम सुनिश्चित करनी चाहिए, अन्यथा हम आंदोलन शुरू करेंगे।’’
ए पी मार्कफेड (आंध्र प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) विपणन सहकारी समितियों का एक संघ है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राजग गठबंधन सरकार ने बाजार समर्थन के बिना फसल क्षेत्र में वृद्धि की और 22 करोड़ टन अनुमानित तंबाकू उत्पादन के मुकाबले केवल चार करोड़ टन की खरीद की।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि धान की खरीद एमएसपी से 300 रुपये कम पर की गई, जबकि कोको और पाम ऑयल की कीमतों में भारी गिरावट आई।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा किए गए वादों के विपरीत, मिर्च, कपास, हल्दी, बाजरा जैसी फसलों को एमएसपी देने से इनकार किया जा रहा है।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि नायडू के पिछले (2014-2019) कार्यकाल के दौरान 600 से अधिक किसानों ने आत्महत्याएं की और 2019 में वाईएसआरसीपी के सत्ता में आने के बाद ही मुआवजा दिया गया।
पोडिली में काले गुब्बारे और ‘जगन वापस जाओ’ लिखे बैनर पकड़े मौजूद प्रदर्शनकारियों ने वाईएसआरसीपी से जवाबदेही की मांग की।
स्थिति हिंसक हो गई, जिसके कारण पथराव हुआ और कुछ पुलिसकर्मियों तथा वहां मौजूद लोग मामूली रूप से घायल हो गए।
हमले की निंदा करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री नारा लोकेश ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण महिला प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया, जिसमें पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए।
उन्होंने रेड्डी पर महिलाओं का अपमान करने वालों का समर्थन करने का आरोप लगाया और कहा कि कोई ऐसे व्यक्ति से सम्मान की उम्मीद नहीं कर सकता जिसने अपनी मां और बहन को अदालत में घसीटा हो।
भाषा यासिर