बच्ची की मौत का मामला: पूर्व प्रधानाचार्य को गैर इरादतन हत्या के लिए 10 साल की जेल
देवेंद्र नेत्रपाल
- 21 May 2025, 09:03 PM
- Updated: 09:03 PM
दाहोद, 21 मई (भाषा) गुजरात में दाहोद जिले की एक अदालत ने एक सरकारी स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य को पिछले साल सितंबर में छह वर्षीय एक छात्रा की मौत के मामले में दस साल के कारावास की सजा सुनाई है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (लिमखेड़ा) एचएच ठक्कर ने बुधवार को सिंगवाड़ तालुका में एक सरकारी स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य गोविंद नट को सजा सुनाने के अलावा उस पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
दोषी के वकील अजय चौहान ने बताया कि नट को भारतीय न्याय संहिता की धारा 105-2 के तहत गलत तरीके से बंधक बनाने और ‘‘गैर इरादतन हत्या’’ का दोषी ठहराया गया, लेकिन अभियोजन पक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार उसे बलात्कार और हत्या का दोषी नहीं पाया गया।
चौहान ने पत्रकारों से कहा, ‘‘अदालत ने पुलिस द्वारा मेरे मुवक्किल के खिलाफ लगाए गए बलात्कार और हत्या के आरोपों को खारिज कर दिया है। उसे बीएनएस की धारा 105-2 के तहत गैर इरादतन हत्या के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई गई। हम फैसले से खुश हैं।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने राजनीतिक दलों के दबाव में बच्ची की मौत के बाद बलात्कार के आरोप जोड़े तथा पूरी तरह पारिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर भरोसा किया।
चौहान ने कहा कि वह इस आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे।
पुलिस के अनुसार, पिछले साल सितंबर में सिंगवाड़ तालुका में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य नट को छह वर्षीय एक छात्रा की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
दाहोद पुलिस ने दावा किया था कि अपनी कार से जा रहा नट लड़की की मां के अनुरोध पर उसे अपने साथ स्कूल ले जाने के लिए सहमत हो गया था।
दाहोद के पुलिस अधीक्षक राजदीप सिंह जाला ने तब कहा था कि स्कूल जाते समय उसने बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की। उन्होंने बताया था कि जब बच्ची ने इसका विरोध किया तो उसने उसका मुंह और नाक बंद कर दी, ताकि वह चिल्ला न सके जिससे वह बेहोश हो गई।
जाला ने कहा था, ‘‘प्रधानाचार्य स्कूल पहुंचा और अपनी कार खड़ी कर दी, जिसमें लड़की का शव रखा हुआ था। शाम को उसने शव को बाहर निकाला और स्कूल की इमारत के पीछे फेंक दिया। इसके बाद उसने लड़की का स्कूल बैग और चप्पलें उसकी कक्षा में रख दीं।’’
जब लड़की स्कूल के समय के बाद घर नहीं लौटी, तो उसके माता-पिता और रिश्तेदारों ने खोजबीन शुरू की। इसके बाद पुलिस ने नट को पकड़ लिया।
भाषा देवेंद्र