दलित महिला उत्पीड़न: केरल में एक और पुलिसकर्मी निलंबित
सुरभि नरेश
- 21 May 2025, 02:03 PM
- Updated: 02:03 PM
तिरुवनंतपुरम, 21 मई (भाषा) तिरुवनंतपुरम के एक थाने में दलित महिला को हिरासत में प्रताड़ित करने के मामले में एक और पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। केरल के गृह विभाग के सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि सहायक आयुक्त, छावनी प्रभाग द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर पेरूरक्काडा थाने में रोजनामचा (जीडी) प्रभारी के रूप में कार्यरत सहायक उपनिरीक्षक प्रसन्न कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई।
इस संबंध में थाने के एक उपनिरीक्षक को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
स्थानीय घरेलू कामगार 39 वर्षीय आर. बिंदू ने कुमार के खिलाफ दुर्व्यवहार, खराब तरीके से बर्ताव और आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग सहित गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि बिंदू को जब चोरी के एक मामले में हिरासत में लिया गया था तब उनके साथ दुर्व्यवहार करने के साथ ही प्रताड़ित किया गया था। मामला बाद में गलत साबित हुआ था।
तिरुवनंतपुरम के पुलिस आयुक्त द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि जांच के आधार पर यह पाया गया है कि पुलिसकर्मी प्रक्रियात्मक दिशा-निर्देशों का पालन करने और याचिकाकर्ता को थाने में हिरासत में लिए जाने के दौरान रोजनामचे पर उचित प्रविष्टियां सुनिश्चित करने में विफल रहा है।
आदेश 19 मई को जारी हुआ, जिसमें कहा गया है, ‘‘जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि अधिकारी का आचरण गैर-पेशेवर था और उसके कर्तव्य के दायरे से बाहर था।’’
कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने थाने में दलित महिला के हिरासत में कथित उत्पीड़न को मंगलवार को ‘‘अस्वीकार्य’’ बताया था।
शिकायतकर्ता महिला ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। साथ ही उनके खिलाफ दर्ज चोरी के मामले के निराधार साबित होने के बावजूद मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) पर उनकी शिकायत के संबंध में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
महिला ने दावा किया था कि उसे रात में थाने में भोजन नहीं दिया गया और सोने नहीं दिया गया तथा पुलिसकर्मियों ने उसे शौचालय का पानी पीने को कहा। महिला के इस दावे के बाद व्यापक आक्रोश फैल गया।
बिंदू ने आरोप लगाया कि पिछले महीने पेरूरक्काडा थाने में हिरासत में उसे गंभीर मानसिक यातना और उत्पीड़न सहना पड़ा। यह उसके नियोक्ता द्वारा की गई शिकायत के बाद हुआ, जिसमें उस पर सोने की चेन चुराने का आरोप लगाया गया था।
भाषा सुरभि