अन्नाद्रमुक प्रमुख ने द्रमुक नेता पर छात्रा का यौन शोषण करने का प्रयास करने का आरोप लगाया
सुरभि दिलीप
- 19 May 2025, 03:44 PM
- Updated: 03:44 PM
चेन्नई, 19 मई (भाषा) ऑल इंडिया अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव ई. के. पलानीस्वामी ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की युवा शाखा के एक पदाधिकारी द्वारा कॉलेज छात्रा का कथित तौर पर यौन शोषण करने का प्रयास करने की खबर सामने आने के बाद सोमवार को इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया और उचित कार्रवाई नहीं होने पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी।
पलानीस्वामी ने दावा किया कि पुलिस ने तभी प्राथमिकी दर्ज की, जब लड़की ने अरक्कोणम से अन्नाद्रमुक के विधायक एस रवि से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पलानीस्वामी ने इस ‘‘खबर’’ पर हैरानी जताई कि रानीपेट जिले के अरक्कोणम में द्रमुक युवा शाखा के एक पदाधिकारी ने सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं को यौन शोषण के लिए एक युवती को उपलब्ध कराने की कोशिश की।
पोलाची यौन उत्पीड़न मामले (जिसमें आरोपियों के कथित तौर पर अन्नाद्रमुक से संबंध थे) पर मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के बार-बार दोहराए गए बयानों की ओर इशारा करते हुए अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा, ‘‘क्या आप पोलाची मामले और इस मामले के बीच अंतर जानते हैं? मैंने ईमानदारी से पोलाची मामले की जांच सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को सौंप दी थी। हालांकि, आप (द्रमुक शासन) अरक्कोणम मामले को कमजोर करने के लिए सब कुछ कर रहे हैं।’’
साल 2019 के पोलाची मामले में पुरुषों का एक गिरोह महिलाओं को झूठी दोस्ती में फंसाकर उनका यौन शोषण और ‘ब्लैकमेल’ करता था। इस मामले की जांच का जिम्मा तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार ने सीबीआई को सौंपा था। मामले के नौ दोषियों में अन्नाद्रमुक के पूर्व नेता के. थिरुनावुकारसु का नाम भी शामिल था। मामले में नाम सामने आने के बाद पार्टी ने उसे निकाल दिया था। पीड़िताओं में अधिकतर कॉलेज छात्राएं थीं।
पलानीस्वामी ने जानना चाहा कि क्या राज्य सरकार द्रमुक के उस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो 20 वर्षीय युवती का यौन उत्पीड़न करना चाहता है। अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई, तो उनकी पार्टी लोगों के समर्थन से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
भाषा सुरभि