ज्योति को 'अपने संपर्क' के तौर पर तैयार कर रहे थे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोग: पुलिस
अमित संतोष
- 18 May 2025, 10:21 PM
- Updated: 10:21 PM
चंडीगढ़, 18 मई (भाषा) जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े व्यक्ति कथित तौर पर ‘अपने सम्पर्क’ के तौर पर तैयार कर रहे थे। यह दावा हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को किया।
अधिकारी ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के कथित तौर पर संपर्क में थी।
हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा कि मल्होत्रा के पास सैन्य या रक्षा अभियानों से जुड़ी किसी भी जानकारी तक सीधी पहुंच नहीं थी, जिसके बारे में कहा जा सके कि हो सकता है उसने वह साझा की हो, लेकिन वह सीधे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी।
एसपी सावन ने हरियाणा के हिसार में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘निश्चित रूप से, वे उसे ‘अपने सम्पर्क’ के रूप में तैयार कर रहे थे। वह (मल्होत्रा) यूट्यूब पर सक्रिय अन्य ‘इन्फ्लूएंसर’ के संपर्क में थी। वे भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े व्यक्तियों के संपर्क में थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह भी (एक तरह का) युद्ध है, जिसमें वे इन्फ्लूएंसर को अपने साथ जोड़कर अपने आख्यान को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं।’’
पुलिस ने बताया कि हिसार की रहने वाली मल्होत्रा (33), 'ट्रैवल विद जो' नामक एक यूट्यूब चैनल चलाती है। पुलिस ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा को शुक्रवार को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि मल्होत्रा के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शनिवार को एक अदालत में पेश किए जाने के बाद मल्होत्रा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
एसपी सावन ने संवाददाताओं को बताया कि मल्होत्रा से हरियाणा पुलिस पूछताछ कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम उसके वित्तीय लेन-देन, यात्रा विवरण, वह कहां गई और किससे मिली, इसका विश्लेषण कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के भी संपर्क में है।
अधिकारी ने कहा कि मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी और उसने "कई बार" पाकिस्तान और एक बार चीन की यात्रा की थी।
पहलगाम आतंकी हमले के दौरान मल्होत्रा की गतिविधियों के बारे में किसी भी जानकारी के बारे में पूछे जाने पर और क्या वह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी, एसपी ने कहा कि (भारत-पाकिस्तान) संघर्ष के दौरान, वह "पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों और उस व्यक्ति के संपर्क में थी जिसे अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम उसके लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का फोरेंसिक विश्लेषण करेंगे। इसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि उसने क्या जानकारी साझा की।"
उन्होंने कहा कि यद्यपि मल्होत्रा के पास सैन्य अभियानों की जानकारी तक पहुंच नहीं थी, फिर भी वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के सीधे संपर्क में थी।
अधिकारी ने कहा कि वित्तीय विशेषज्ञों की कई टीम मल्होत्रा के वित्तीय लेन-देन और यात्रा विवरणों का विश्लेषण कर रही हैं।
अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ज्योति मल्होत्रा ‘‘एक प्रायोजित यात्रा’’ पर पाकिस्तान गई थी। उन्होंने बताया कि उसके एक वीडियो में वह चीन जाने के लिए वीजा मांगती दिख रही है।
एसपी ने कहा कि पहलगाम हमले से पहले ज्योति मल्होत्रा कश्मीर गई थी और उससे पहले पाकिस्तान गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस इन यात्राओं के बीच "संबंध" स्थापित करने की भी कोशिश कर रही है।
सावन ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा कथित तौर पर अन्य यूट्यूब इन्फ्लूएंसर के संपर्क में भी थी। उन्होंने कहा, ‘‘वे भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उसके (मल्होत्रा) माध्यम से, हम अन्य भारतीय संपर्कों की भी जांच कर रहे हैं। हमें कुछ सुराग मिले हैं कि कुछ और शामिल हो सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस यह देखने की कोशिश कर रही है कि किसे "सूचना" प्रदान की जा रही थी।
ओडिशा पुलिस ने पुरी की एक यूट्यूबर और ज्योति मल्होत्रा के बीच कथित संबंधों की जांच शुरू कर दी है। राज्य की पुलिस ने रविवार को कहा कि मल्होत्रा ने कथित तौर पर सितंबर 2024 में पुरी का दौरा किया था और तटीय शहर की एक महिला यूट्यूबर के संपर्क में आई थी।
मल्होत्रा के एक वीडियो के बारे में पूछे जाने पर जिसमें वह 28 मार्च, 2024 को पाकिस्तानी दूतावास जाते हुए देखी जा सकती है, एसपी ने कहा, "सामाजिककरण की अनुमति है लेकिन किसी को उनके इरादों को समझना चाहिए। पाकिस्तान हमारे लिए कोई सामान्य देश नहीं है।’’
उन्होंने कहा, "कई बार यात्रा करना, उनसे मिलना-जुलना और संघर्ष के दौरान उनके संपर्क में रहना देश की एकता और संप्रभुता को खतरे में डालता है।"
उन्होंने कहा कि मल्होत्रा ने पाकिस्तान में कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों से कथित तौर पर मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, "वह उनसे क्यों मिली और उसने उनके साथ क्या जानकारी साझा की - यह सब पूछा जाएगा।"
उन्होंने कहा कि मल्होत्रा पर खुफिया एजेंसियों की काफी समय से नजर थी। एसपी ने दानिश और मल्होत्रा के बीच किसी भी चैट का विवरण साझा करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है। उन्होंने कहा, "हम सभी कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं।"
सिविल लाइंस पुलिस थाने में 16 मई को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, 2023 में मल्होत्रा पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आयी, जहां वह पड़ोसी देश की यात्रा के लिए वीजा लेने गई थीं।
प्राथमिकी में कहा गया है कि मल्होत्रा ने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की थी और उसने दानिश के परिचित अली अहवान से मुलाकात की थी, जिसने वहां उसके रहने की व्यवस्था की थी।
इसमें कहा गया है कि मल्होत्रा दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कई बार दानिश से मिली और पता चला है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी।
इसमें कहा गया है कि अहवान ने ज्योति मल्होत्रा की पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों से मुलाकात करायी। प्राथमिकी के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए उनसे संपर्क में थी और संवेदनशील जानकारी देती थी।
तेरह मई को भारत ने उच्चायोग में काम करने वाले पाकिस्तानी अधिकारी को जासूसी में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर दिया। बाद में शुक्रवार को मल्होत्रा को हिसार में गिरफ्तार कर लिया गया।
भाषा अमित