केरल के नेता प्रतिपक्ष सतीशन और माकपा ने ईडी में व्यापक भ्रष्टाचार के आरोप लगाए
अमित दिलीप
- 18 May 2025, 09:35 PM
- Updated: 09:35 PM
कोच्चि, 18 मई (भाषा) केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में व्यापक भ्रष्टाचार है और इसका इस्तेमाल केंद्र के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने और ईमानदार व्यापारियों से धन उगाही करने के लिए किया जा रहा है।
सतीशन ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में बड़ी संख्या में अधिकारी ‘‘भ्रष्ट’’ हैं और एजेंसी वह कार्य नहीं कर रही है, जिसके लिए इसका गठन किया गया था, उसके बजाय उसका इस्तेमाल केंद्र के राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने के लिए किया जा रहा है।
हाल ही में केरल सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (वीएसीबी) द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने को लेकर संवाददाताओं द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सतीशन ने यह आरोप लगाया।
माकपा के राज्य सचिवालय ने भी इसी तरह का आरोप लगाया और दावा किया कि ईडी मामलों का निस्तारण करने के लिए रिश्वत ले रहा है।
माकपा ने एक बयान में आरोप लगाया कि कई लोगों की ओर से भी ऐसी शिकायतें मिली हैं कि एजेंसी लोगों से जबरन वसूली करने के लिए धमका रही है।
वाम दल ने दावा किया कि यह सब भाजपा द्वारा काले धन के लेन-देन में शामिल लोगों की जांच करने और उन्हें पकड़ने के बजाय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए एजेंसी का इस्तेमाल करने का "कड़वा परिणाम" है।
माकपा ने यह भी कहा कि यह पता लगाने की जरूरत है कि भाजपा के हित वाले मामलों को खत्म करके ईडी अधिकारियों द्वारा कथित रूप से उगाही गई रकम किसे मिल रही है। इसने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा, कांग्रेस के भी ईडी के भ्रष्ट अधिकारियों के साथ संबंध हैं।
इससे पहले दिन में, सतीशन ने आरोप लगाया कि ईडी विभिन्न लोगों को नोटिस भेजती है और फिर बिचौलियों का उपयोग करके मामलों को निपटाने के लिए उनसे करोड़ों रुपये ऐंठती है।
सतीशन ने कहा, “पूरे देश में ईडी के खिलाफ ऐसी शिकायतें हैं। मैं यह नहीं कह रहा कि सभी ईडी अधिकारी भ्रष्ट हैं, लेकिन उनमें से बहुत से लोग भ्रष्ट हैं। यह वह काम नहीं कर रही है, जिसके लिए इसे धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गठित किया गया था। इसके एक प्रतिशत मामले भी हल नहीं हो पाए हैं।”
विपक्षी नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह लंबे समय से केवल राजनीतिक मामलों को ही संभाल रही है और केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार के विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसका इस्तेमाल केंद्र सरकार के राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए किया जा रहा है।’’
सतीशन ने उल्लेख किया कि ईडी अधिकारी के खिलाफ हालिया मामला एजेंसी में भ्रष्टाचार का नवीनतम उदाहरण और सबूत है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठजोड़ है, क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों का निपटारा कर रहे हैं।
भाषा अमित