भाजपा नेता बब्बन सिंह रघुवंशी का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित, पार्टी से निष्कासित
सं जफर सलीम राजकुमार
- 15 May 2025, 09:15 PM
- Updated: 09:15 PM
बलिया (उप्र), 15 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता बब्बन सिंह रघुवंशी का एक कथित अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है। विवाद बढ़ने पर बृहस्पतिवार को उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया।
यह वीडियो एक मांगलिक कार्यक्रम (बारात) का बताया जा रहा है। वीडियो में भाजपा नेता एक नर्तकी (डांसर) के साथ कथित रूप से अश्लीलता करते नजर आ रहे हैं।
रघुवंशी 1993 में भाजपा के टिकट पर जिले के बांसडीह विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वह किसान सहकारी मिल-रसड़ा के उप सभापति हैं।
बलिया के भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्र ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद रघुवंशी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ल ने सोशल मीडिया पर साझा किये जा रहे वीडियो और वक्तव्यों को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर रघुवंशी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
रघुवंशी ने इस वीडियो के प्रसारित होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह वीडियो फर्जी है तथा उनकी छवि खराब करने की साजिश रची गई है।
उन्होंने इसके पीछे पार्टी के ही कुछ लोगों की साजिश होने का दावा करते हुए जिले के बांसडीह क्षेत्र की विधायक केतकी सिंह और उनके परिवार का पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया है।
रघुवंशी ने कहा कि पिछले दिनों दुर्गीपुर के ग्राम प्रधान की बारात बिहार में गई थी और विधायक केतकी के सिंह के परिवार और उनके लोग कार्यक्रम में मौजूद थे।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने ही मेरा गलत तरीके से वीडियो बनाया है। हम ऐसा काम नहीं कर सकते। हमारी उम्र हो गई। आज तक ऐसा नहीं हुआ है।’’
भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने बृहस्पतिवार को बलिया के वयोवृद्ध भाजपा नेता बब्बन सिंह रघुवंशी से जुड़े वीडियो के सामने आने के बाद बलिया के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेज कर मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो की सत्यता की जांच के आदेश देने की अपील की। उन्होंने मांग की कि अगर वीडियो सही पाया जाता है तो सहकारी मिल में रघुवंशी को उनके आधिकारिक पद से हटा देना चाहिए।
भाषा सं जफर सलीम