मप्र: कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मंत्री विजय शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
हर्ष सुरभि
- 15 May 2025, 12:39 AM
- Updated: 12:39 AM
इंदौर (मप्र), 14 मई (भाषा) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी मीडिया से साझा करने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में सूबे के काबीना मंत्री विजय शाह के खिलाफ बुधवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने कर्नल कुरैशी पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले का मीडिया की खबरों के आधार पर बुधवार को ही खुद संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को काबीना मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर शाह के खिलाफ मानपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हितिका वासल ने यह प्राथमिकी दर्ज होने की ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि यह प्राथमिकी भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने का कृत्य), धारा 196 (1) (बी) (अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला ऐसा कृत्य जिससे सार्वजनिक शांति भंग होती हो या भंग होने की आशंका हो) और धारा 197 (1) (सी) (किसी समुदाय के सदस्य को लेकर ऐसी बात कहना जिससे अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर विपरीत असर पड़ता हो या उनके बीच शत्रुता या घृणा या दुर्भावना की भावना पनपती हो या पनपने की आशंका हो) के तहत दर्ज की गई है।
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यालय ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘माननीय मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान के संदर्भ में कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।’’
मानपुर पुलिस थाने में बुधवार रात 11:30 बजे के आस पास दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि 12 मई (सोमवार) को रायकुण्डा गांव में हलमा (सामूहिक श्रमदान और सामुदायिक सहभागिता की जनजातीय परम्परा) के कार्यक्रम के दौरान शाह के संबोधन के कुछ अंश प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए।
प्राथमिकी में कर्नल सोफिया कुरैशी के नाम के सीधे उल्लेख के बगैर कहा गया कि उच्च न्यायालय ने मीडिया में प्रकाशित इस संबोधन का स्वतः संज्ञान लेते हुए 14 मई (बुधवार) को आदेश पारित किया है और इस आदेश का पालन करते हुए शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा मामला जांच में लिया गया है।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित खंडवा जिले की हरसूद सीट से लगातार आठ बार चुनाव जीत चुके शाह ने पिछले दिनों कर्नल सोफिया के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कर्नल सोफिया को ‘आतंकवादियों की बहन’ के रूप में पेश करने की कोशिश की थी।
शाह ने इंदौर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में सोमवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान विवादास्पद बयान दिया था।
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए कहा था, ‘‘जिन्होंने (आतंकवादियों ने) हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, हमने उन्हीं कटे-पिटे लोगों की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी कराई।’’
कांग्रेस का आरोप है कि शाह ने यह ‘‘अशोभनीय’’ और ‘‘नफरत भरा’’ बयान भारतीय सेना की कर्नल कुरैशी के खिलाफ दिया और इस कथन के जरिये राज्य के काबीना मंत्री ने सेना की महिला अधिकारी को ‘‘आतंकवादियों की बहन’’ के रूप में पेश करने की कोशिश की।
इस बयान को लेकर बड़ा विवाद उत्पन्न होने के बाद शाह ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को उनकी बातों से ठेस पहुंची है, तो वह 10 बार माफी मांगने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी बहन से ज्यादा कर्नल कुरैशी का सम्मान करते हैं।
कर्नल कुरैशी ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विवरण नियमित पत्रकार वार्ताओं में साझा किया था। इन पत्रकार वार्ताओं में विदेश सचिव विक्रम मिस्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी शामिल होते थे।
इस बीच, शाह ने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए बुधवार को माफी मांग ली और कहा कि वह ‘बहन सोफिया’ और सेना का हमेशा सम्मान करते हैं।
आदिम जाति कल्याण मंत्री ने ‘एक्स’ पर साझा किए एक वीडियो में कहा, ‘‘हाल में मेरे दिए गए बयान से हर समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उसके लिए मैं दिल से न केवल शर्मिंदा हूं, दुखी हूं, बल्कि माफी चाहता हूं।’’
शाह ने कर्नल सोफिया को ‘देश की बहन’ करार दिया और कहा कि उन्होंने राष्ट्र धर्म निभाते हुए जाति और समाज से ऊपर उठकर काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘वह हमारी सगी बहन से भी अधिक सम्मानित हैं।’’
शाह ने अपने ताजा पोस्ट में कहा कि उनकी इच्छा और मंशा यही थी कि वह कर्नल सोफिया की बात को अच्छे से समाज के बीच में रखें लेकिन ‘दुखी और विचलित मन से’ उनके मुंह से ‘कुछ शब्द गलत’ निकल गए।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके कारण आज मैं खुद शर्मिंदा हूं और पूरे समाज से और समुदाय से माफी मांगता हूं। बहन सोफिया और देश की सम्माननीय सेना का हमेशा सम्मान करता हूं और आज हाथ जोड़ कर सबसे मैं दिल से माफी चाहता हूं।’’
कर्नल कुरैशी तब सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पिछले सप्ताह चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ नियमित प्रेस वार्ता की थी।
भाषा हर्ष