खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर, संघर्षविराम पर चर्चा के लिए विशेष संसद सत्र की मांग दोहरायी
अमित रंजन
- 12 May 2025, 07:38 PM
- Updated: 07:38 PM
कलबुर्गी (कर्नाटक), 12 मई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार से पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और हाल में घोषित "संघर्ष विराम" सहित सीमापार से गोलीबारी के नवीनतम घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपनी मांग सोमवार को दोहरायी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने कहा कि हालांकि हर कोई शांति चाहता है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर देश की रक्षा की जानी चाहिए और भारतीय सशस्त्र बलों ने ऐसा करने के लिए पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी है।
खरगे ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और मैंने, प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। हम चाहते हैं कि हमारे देश, पाकिस्तान में क्या हो रहा है और अन्य घटनाक्रमों के साथ ही हम अपने लोगों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय कर सकते हैं, इस पर चर्चा करने के लिए सत्र बुलाया जाए।’’
उन्होंने ‘पीटीआई-वीडियो’ से बात करते हुए कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि चर्चा हो। देखते हैं सरकार क्या कदम उठाती है।’’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर संसद के दोनों सदनों का एक विशेष सत्र बुलाने की अपनी मांग दोहरायी है।
खरगे ने रविवार को अपने पत्र में पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और संघर्षविराम की घोषणाओं- पहले वाशिंगटन डीसी की ओर से और बाद में भारत और पाकिस्तान की सरकारों की ओर से- पर चर्चा के लिए एक विशेष सत्र बुलाने के लिए सभी विपक्षी दलों की सर्वसम्मत मांग से अवगत कराया।
भारत और पाकिस्तान ने जमीन, वायु और समुद्र में सभी तरह की गोलाबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए शनिवार को सहमति जताई।
कांग्रेस प्रमुख खरगे ने कहा, ‘‘भारत अपने वादे निभाता है, लेकिन पाकिस्तान बार-बार उन्हें तोड़ता है और लोगों को परेशान करता है। वे (पाकिस्तान) सीधे युद्ध नहीं करते हैं - वे युद्ध छेड़ने के लिए आतंकवादियों का इस्तेमाल करते हैं। अगर वे लड़ते हैं, तो हमें लड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। अगर वे चुप रहते हैं, तो हम भी शांति बनाए रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर हर कोई स्वाभाविक रूप से बुद्ध की शिक्षाओं के अनुरूप शांति की कामना करता है।
खरगे ने कहा, ‘‘भारत दो हजार साल से भी ज़्यादा समय से उनकी शिक्षाओं का पालन कर रहा है। हम हर जगह शांति की कामना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हर कोई शांति से रहे। लेकिन देश की रक्षा के लिए हमें लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए- क्योंकि अगर देश सुरक्षित है, तो हम सब सुरक्षित हैं। हमारी सेना बहादुरी से लड़ रही है और हम उनके साहस और प्रतिबद्धता को सलाम करते हैं। सभी को देश के लिए एकजुट होना चाहिए और इसके लिए मजबूती से खड़ा होना चाहिए।’’
भाषा अमित