योग दिवस की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर हरित योग सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे
आशीष दिलीप
- 11 May 2025, 08:40 PM
- Updated: 08:40 PM
नयी दिल्ली, 11 मई (भाषा) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले पर्यावरण संरक्षण के लिए कदमों के साथ योग को शामिल करने के उद्देश्य से विभिन्न पहल के तहत हरित योग का अभियान पूरे देश में जोर पकड़ रहा है।
यह पहल उन 10 महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ को मान्यता दिए जाने की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जा रहे हैं।
भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में सात अप्रैल को केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम में 6,000 से अधिक योग साधकों ने भाग लिया और सामान्य योग प्रोटोकॉल का पालन किया। पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 5,000 से अधिक औषधीय पौधे भी वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम में जाधव ने कहा था, ‘‘हमारा स्वास्थ्य हमारी धरती के स्वास्थ्य से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। जिस प्रकार योग हमारे मन और शरीर को पोषण देता है, उसी प्रकार पौधारोपण पृथ्वी को पोषण देता है, तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करता है।’’
आयुष मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हरित योग सिर्फ एक अभ्यास नहीं बल्कि मुहिम है। यह पौधारोपण अभियान, प्राकृतिक स्थानों पर योग शिविर, महत्वपूर्ण स्थानों पर सत्र और नदियों और जलाशयों के पास सफाई पहल के माध्यम से योग को क्रियान्वित करता है।
अधिकारी ने कहा कि यह मुहिम पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिकों और संगठनों से व्यक्तिगत स्वास्थ्य को पर्यावरण के साथ जोड़ने का आह्वान करती है।
इस पहल के शुरू होने के बाद से इसके तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। 22 अप्रैल को महाराष्ट्र के मुलशी में आत्मंथन आरोग्य केंद्र में हरित योग सत्र आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसे होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) और आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था।
प्रतिभागियों ने योग का अभ्यास किया, पेड़ लगाए और आस-पास के क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया। उन्होंने पौधारोपण अभियान समेत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई गतिविधियों का भी आयोजन किया।
एक अन्य कार्यक्रम में, लखनऊ में आयोजित नदी योग अभियान में गोमती नदी के किनारे योग सत्र और सफाई अभियान शामिल थे, जिसका नेतृत्व 39 गोरखा राइफल्स की 137 कम्पोजिट इकोलॉजिकल टास्क फोर्स बटालियन (प्रादेशिक सेना) ने किया।
लखनऊ नगर निगम, बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) और राज्य स्वच्छ गंगा मिशन (एसएमसीजी-यूपी) के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह अभियान 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर समाप्त होगा।
भाषा आशीष