पाकिस्तान की गोलाबारी में सीमावर्ती जिलों में सात लोगों की मौत, बीएसएफ के आठ कर्मी समेत कई घायल
आशीष दिलीप
- 10 May 2025, 08:36 PM
- Updated: 08:36 PM
जम्मू/पठानकोट, 10 मई (भाषा) पाकिस्तानी सेना द्वारा शनिवार को फिर से मोर्टार से गोले दागे जाने और ड्रोन हमलों में सात लोगों की मौत हो गई और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आठ कर्मी घायल हो गए।
कश्मीर के तीन जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के गांवों के निवासी बड़ी संख्या में अपने घर छोड़ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारामूला, बांदीपुरा और कुपवाड़ा से लगभग 1.10 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं, क्योंकि उनके घर और सरकारी इमारतें पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आ गई हैं।
जम्मू के आर एस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के आठ जवान घायल हो गए। उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जम्मू के राजौरी में, अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा और उनके स्टाफ के दो सदस्य शहर में उनके (थापा के) आवास पर गोला गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि सभी को सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां थापा ने दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार शनिवार सुबह पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में अपनी चौकी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी शहर में एक औद्योगिक क्षेत्र के पास पाकिस्तान की गोलाबारी में आयशा नूर (दो) और मोहम्मद शोहिब (35) की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर के कंघरा-गलहुट्टा गांव में मोर्टार से दागे गए गोले के एक मकान पर गिरने से 55 वर्षीय रशीदा बी की मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में, आर एस पुरा में सीमा पार से हुई गोलीबारी में बिदीपुर जट्टा गांव निवासी अशोक कुमार उर्फ शौकी की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि पुंछ में भीषण गोलाबारी में तीन अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि राजौरी के नौशेरा सेक्टर में एक स्थानीय पत्रकार घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के बाहरी इलाके में बंटालाब के खेरी केरन गांव में पाकिस्तानी गोलाबारी में जाकिर हुसैन (45) की मौत हो गई और एक लड़की समेत दो अन्य घायल हो गए।
जम्मू शहर के रेहारी और रूप नगर सहित कुछ आवासीय इलाकों में गोलाबारी और ड्रोन के हमले में चार लोग घायल हो गए।
शुक्रवार को दूसरी रात पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक भारत में 26 स्थानों को निशाना बनाकर ड्रोन हमलों के बाद यह गोलाबारी की गई।
इन स्थानों में जम्मू-कश्मीर में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपुरा, नगरोटा और जम्मू, पंजाब में फिरोजपुर, पठानकोट और फाजिल्का, राजस्थान में लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर और बाड़मेर तथा गुजरात में भुज, कुआरबेट और लाखी नाला शामिल हैं।
पंजाब में, अमृतसर के ब्यास, जालंधर, पठानकोट और तरनतारन जिलों के दुबली गांव में मिसाइल का अवशेष पाया गया।
गुरदासपुर के राजुबेला छिछरान गांव के निवासियों ने बताया कि तड़के जोरदार धमाके के बाद करीब 35 फीट चौड़ा और 15 फुट का गहरा गड्ढा बन गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन बिजली के तार को नुकसान पहुंचा है।
खेत में गड्ढे के बारे में पता चलने पर युवाओं समेत कई उत्सुक ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और अपने मोबाइल फोन से तस्वीरें खींचने लगे।
फगवाड़ा जिले के खलयान और साहनी गांवों के बीच तड़के एक खेत में अज्ञात वस्तु गिरी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि खलयान गांव में मेजर सिंह के खेतों से आधी रात को दो बजकर 40 मिनट पर विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी थी।
अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात वस्तु के गिरने से खेत में करीब सात- आठ फुट गहरा और 12 से 14 फुट का चौड़ा गड्ढा हो गया। अज्ञात वस्तु के कुछ हिस्से खेत में बिखरे पड़े मिले।
अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वे जमीन पर पड़े किसी भी नष्ट मिसाइल के किसी भी हिस्से को न छुएं तथा इसके बारे में स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
पठानकोट जिले में विस्फोट जैसी आवाजें सुनाई देने के बाद अलर्ट जारी कर दिया गया तथा स्थानीय अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर क्षेत्र के बाजारों को बंद करने का आदेश दिया।
तनाव भरी रात के बाद पठानकोट और जालंधर जिलों में लोग सुबह बम फटने जैसी आवाजों से जागे। भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष में बढ़ोतरी के बीच होशियारपुर, अमृतसर और फिरोजपुर में हवाई सायरन बजने लगे।
पंजाब की पाकिस्तान से लगी सीमा की लंबाई 532 किलोमीटर है।
हरियाणा के सिरसा में भी कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया कि उन्होंने आधी रात के बाद विस्फोट जैसी आवाजें सुनीं।
अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भी हाई अलर्ट जारी किया गया।
जिला प्रशासनों ने लोगों से अपील की कि वे घबराए नहीं और घरों में रहें। बाड़मेर में स्थिति की गंभीरता के बारे में लोगों को सचेत करने के लिए सायरन बजाए गए। पुलिस टीम ने गश्त भी तेज कर दी है और अलर्ट के बारे में लोगों को सूचित करने के लिए पुलिस वाहनों और अन्य माध्यमों से घोषणाएं की गई हैं।
एहतियात के तौर पर बाड़मेर और जैसलमेर में बाजार भी बंद कर दिए गए हैं। बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई, जहां हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।
शुक्रवार रात पोखरण, जैसलमेर व बाड़मेर में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले किए गए, लेकिन वायु रक्षा प्रणाली ने ड्रोन को हवा में ही मार गिराया गया। बाड़मेर और जैसलमेर में विभिन्न स्थानों पर संदिग्ध वस्तुएं या ड्रोन का मलबा जैसी वस्तुएं मिली हैं।
भाषा आशीष