मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए
जितेंद्र प्रशांत
- 10 May 2025, 08:02 PM
- Updated: 08:02 PM
बेंगलुरु/नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) कर्नाटक और दिल्ली की सरकारों ने अधिकारियों को आवश्यक वस्तुओं की अवैध जमाखोरी और उनकी कालाबाजारी पर नकेल कसने के निर्देश दिये हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए जमाखोरों व कालाबाजारी करने वालों के साथ ही फर्जी खबरों पर लगाम लगाने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने वालों पर भी कड़ी नजर रखने की जरूरत पर जोर दिया।
सिद्धरमैया ने कहा, “अवैध जमाखोरी व उनकी कालाबाजारी से जुड़ी गतिविधियों पर लगातार निगरानी होनी चाहिए और अनावश्यक रूप से वस्तुओं की कीमत बढ़ाने के प्रयासों को रोका जाना चाहिए।”
उन्होंने सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे तब तक रोजाना मीडिया को इस बारे में जानकारी दें जब तक कि मौजूदा संकट पर काबू नहीं पा लिया जाता।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सभी उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक उन सभी लोगों की सूची तैयार करें, जो देश और राज्य के सौहार्द को खतरे में डालने, सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने, सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने और देश की सुरक्षा को खतरे में डालने की साजिश रचने के लिए स्थिति का फायदा उठा रहे हैं तथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।”
बैठक में अधिकारियों को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांप्रदायिकता फैलाने वालों की सूची को अद्यतन किया जाना चाहिए और उन पर नजर रखी जानी चाहिए।
सिद्धरमैया ने राज्य में फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने और इन्हें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
वहीं, दिल्ली सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी लोगों से आग्रह किया कि वे घबराएं नहीं और जरूरी सामान को जरूरत से ज्यादा न खरीदें।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार चौबीसों घंटे काम कर रही है। दिल्ली में सभी जरूरी सामान पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। लोगों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी सामान्य तरीके से जारी रखनी चाहिए।”
सिरसा की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है,जब भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर लोग जरूरी सामान का भंडारण करने में जुट गए हैं।
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आपदा प्रबंधन दल पूरी तरह सक्रिय हैं और प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
भाषा जितेंद्र