धमाकों की आवाज के बाद जम्मू, दक्षिण कश्मीर के कुछ इलाकों में किया गया ‘ब्लैकआउट’
प्रशांत संतोष
- 09 May 2025, 10:30 PM
- Updated: 10:30 PM
(तस्वीरों के साथ)
जम्मू/श्रीनगर, नौ मई (भाषा) जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में धमाके सुने गए और सायरन बजने के बाद शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार दूसरी रात ‘ब्लैकआउट’ किया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू, सांबा और पड़ोसी राज्य पंजाब के पठानकोट जिले में भी ड्रोन देखे गए और उन्हें निष्प्रभावी करने की कोशिश की जा रही है।
श्रीनगर में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल करके स्थानीय लोगों को एहतियात के तौर पर अपने घरों की लाइटें बंद करने के लिए कहा गया है।
दक्षिण कश्मीर में अवंतीपोरा एयरबेस के आसपास के इलाकों में विस्फोटों की आवाज सुनी गई।
ये ड्रोन ऐसे समय देखे गए हैं जब एक दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने के प्रयासों को विफल कर दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन जम्मू और पंजाब के उधमपुर और नगरोटा में भी देखे गए।
संबंधित घटनाक्रम में, जम्मू और सांबा जिलों के सुचेतगढ़ और रामगढ़ सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार से भारी गोलाबारी शुरू हो गई।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जहां मैं हूं, वहां से रुक-रुक कर विस्फोटों की आवाजें, शायद भारी तोपों की, सुनी जा सकती हैं।”
उन्होंने अंधेरे में डूबे शहर की एक तस्वीर भी पोस्ट की और कैप्शन में लिखा, “जम्मू में अब ब्लैकआउट है। पूरे शहर में सायरन की आवाज सुनी जा सकती है।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “जम्मू और उसके आसपास के सभी लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया सड़कों पर न निकलें, घर पर रहें या पास की किसी ऐसी जगह पर चले जाएं जहां आप अगले कुछ घंटों के लिए आराम से रह सकते हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें, निराधार या अपुष्ट बातें न फैलाएं और हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे।”
इससे पहले रक्षा सूत्रों ने बताया था कि बृहस्पतिवार शाम को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू हवाई अड्डे सहित जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर पाकिस्तान द्वारा दागी गई कम से कम आठ मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया था।
फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की रणनीति के साथ तुलना करते हुए सूत्रों ने कहा कि जम्मू क्षेत्र पर लक्षित सभी “सस्ते” रॉकेटों को वायु रक्षा इकाइयों द्वारा सफलतापूर्वक रोक दिया गया और निष्क्रिय कर दिया गया।
मिसाइलों का लक्ष्य सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आर.एस.पुरा और अरनिया सहित प्रमुख स्थान थे।
दो जोरदार धमाकों के बाद जम्मू शहर में अचानक बिजली गुल हो गई, जिसके कारण शहर में अंधेरा हो गया। ये धमाके संभवतः घुसपैठ करने वाले ड्रोन को निष्प्रभावी किये जाने के कारण हुए थे। इसके तुरंत बाद, पूरे शहर में सायरन गूंजने लगे, जिससे निवासियों को आश्रय लेने के लिए सचेत किया गया।
हवाई हमलों के जरिये रणनीतिक रूप से अहम जम्मू हवाई अड्डे और उसके आसपास के क्षेत्रों पर हमला करने का प्रयास किया गया, जहां सेना, वायुसेना और अर्धसैनिक बल के प्रतिष्ठान स्थित हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए सटीक हमलों के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ गया। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
भाषा प्रशांत