जम्मू में धमाकों की आवाज व सायरन बजने के बाद किया गया ‘ब्लैकआउट’
प्रशांत पवनेश
- 09 May 2025, 09:29 PM
- Updated: 09:29 PM
जम्मू/श्रीनगर, नौ मई (भाषा) जम्मू क्षेत्र में धमाकों की आवाज आने और सायरन बजने के बाद शहर में शुक्रवार को लगातार दूसरी रात ‘ब्लैकआउट’ किया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू, सांबा और पड़ोसी राज्य पंजाब के पठानकोट जिले में भी ड्रोन देखे गए और उन्हें निष्प्रभावी करने की कोशिश की जा रही है।
श्रीनगर में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल स्थानीय लोगों को एहतियात के तौर पर अपने घरों की लाइटें बंद करने के लिए कहा गया है।
ये विस्फोट ऐसे समय में हुए हैं, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इस सप्ताह के शुरू में पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी हो रही है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जहां मैं हूं, वहां से रुक-रुक कर विस्फोटों की आवाजें, शायद भारी तोपों की, सुनी जा सकती हैं।”
उन्होंने अंधेरे में डूबे शहर की एक तस्वीर भी पोस्ट की और कैप्शन में लिखा, “जम्मू में अब ब्लैकआउट है। पूरे शहर में सायरन की आवाज सुनी जा सकती है।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “जम्मू और उसके आसपास के सभी लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया सड़कों पर न निकलें, घर पर रहें या निकटतम ऐसी जगह पर चले जाएं जहां आप अगले कुछ घंटों के लिए आराम से रह सकते हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें, निराधार या अपुष्ट बातें न फैलाएं और हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे।”
रक्षा सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू हवाई अड्डे सहित जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर पाकिस्तान द्वारा दागी गई कम से कम आठ मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की रणनीति के साथ तुलना करते हुए सूत्रों ने कहा कि जम्मू क्षेत्र पर लक्षित सभी “सस्ते” रॉकेटों को वायु रक्षा इकाइयों द्वारा सफलतापूर्वक रोक दिया गया और निष्क्रिय कर दिया गया।
मिसाइलों का लक्ष्य सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आर.एस.पुरा और अरनिया सहित प्रमुख स्थान थे।
दो जोरदार धमाकों के बाद जम्मू शहर में अचानक बिजली गुल हो गई, जिसके कारण शहर में अंधेरा हो गया। ये धमाके संभवतः घुसपैठ करने वाले ड्रोन को रोकने के कारण हुए थे। इसके तुरंत बाद, पूरे शहर में सायरन गूंजने लगे, जिससे निवासियों को आश्रय लेने के लिए सचेत किया गया।
हवाई हमलों ने रणनीतिक जम्मू हवाई अड्डे और उसके आसपास के क्षेत्रों पर हमला करने का प्रयास किया था, जहां सेना, वायु सेना और अर्धसैनिक बल के प्रतिष्ठान स्थित हैं।
भाषा प्रशांत