रुपया 81 पैसे टूटकर 85.58 प्रति डॉलर पर, ढाई साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट
राजेश राजेश अजय
- 08 May 2025, 09:03 PM
- Updated: 09:03 PM
मुंबई, आठ मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 81 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 85.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन और मिसाइल का उपयोग करके उत्तर और पश्चिमी भारत में कई सैन्य लक्ष्यों पर हमला करने के प्रयास के बाद निवेशकों ने घरेलू बाजारों में जोखिम से बचाव का सहारा लिया। हालांकि, इन हमलों को भारतीय रक्षा प्रणाली ने निष्प्रभावी कर दिया।
इसके अलावा, भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ने, सकारात्मक डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से भी रुपये पर दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.61 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 84.52 के दिन के उच्चतम स्तर और 85.77 के निचले स्तर के बीच घूमता रहा। कारोबार के अंत में रुपया 85.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से 81 पैसे की भारी गिरावट है।
बुधवार को रुपया 42 पैसे की गिरावट के साथ 84.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
यह 22 सितंबर, 2022 के बाद से रुपये की सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट है। उस दिन यह 83 पैसे की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी शिविरों पर भारत के सैन्य हमलों के बाद बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे गिरकर 84.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, एक शीर्ष अमेरिकी सैन्य कमांडर ने कहा है कि पीओके और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सैन्य हमलों के बाद अमेरिका ‘‘स्थिति पर बहुत बारीकी से नजर रख रहा है।’’
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, “हमारा अनुमान है कि डॉलर के मजबूत होने और भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। अगर तनाव और बढ़ता है तो रुपये पर और दबाव पड़ सकता है।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, एफआईआई प्रवाह रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकता है। कारोबारी अमेरिका से साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। डॉलर-रुपये का हाजिर मूल्य 85.20 से 86 के बीच कारोबार करने का अनुमान है।”
इस बीच, दुनिया की छह प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 100.07 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 1.05 प्रतिशत बढ़कर 61.76 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 411.97 अंक टूटकर 80,334.81 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 140.60 अंक गिरकर 24,273.80 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 2,007.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश