भगवान राम को पौराणिक बताकर हिंदुओं का अपमान करने के लिए राहुल गांधी माफी मांगे: विहिप
नेत्रपाल माधव
- 06 May 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
नागपुर, छह मई (भाषा) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भगवान राम को ‘‘पौराणिक पात्र’’ बताकर हिंदू समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
विहिप महासचिव (संगठन) मिलिंद परांडे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हिंदू समुदाय को गांधी जैसे नेताओं को सत्ता में नहीं आने देना चाहिए।
पिछले महीने अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में परिचर्चा के दौरान गांधी ने हिंदू की परिभाषा को लेकर भाजपा के विचार को खारिज किया था और कहा था कि भारत के सभी महान समाज सुधारकों और राजनीतिक विचारकों - ज्योतिराव फुले, बीआर आंबेडकर, महात्मा गांधी और यहां तक कि गुरु नानक, बसवा और बुद्ध ने भी यही बात कही थी कि सबको, सत्य और अहिंसा को अपने साथ लेकर चलो।
कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘‘मेरे लिए यह भारतीय परंपरा और इतिहास का आधार है। मैं भारत में किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं जानता जिसे हम महान मानते हों और जो इस प्रकार का न हो। मैं एक भी व्यक्ति के बारे में नहीं सोच सकता। सभी पौराणिक पात्र हैं। भगवान राम उस समय के थे, जब वह क्षमाशील थे, वह दयालु थे।’’
परांडे ने कहा, ‘‘अमेरिका स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी में अपने साक्षात्कार के दौरान गांधी ने भारतीय इतिहास के कई विषयों को पौराणिक कथा बताया और यहां तक कि भगवान राम को भी पौराणिक पात्र बताया। ऐसा करके उन्होंने विदेशी धरती पर हिंदू समुदाय और हिंदू आस्था का अपमान किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि 2007 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रामसेतु मामले में उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर कर कहा था कि भगवान राम एक पौराणिक पात्र हैं। इसलिए मुझे लगता है कि कांग्रेस और उसके नेता लगातार हिंदू समुदाय का अपमान कर रहे हैं। विहिप इसकी निंदा करती है और मांग करती है कि राहुल गांधी अपने बयान के लिए माफी मांगें।’’
परांडे ने कहा कि गांधी को यह नहीं पता कि जो कोई भगवान राम का विरोध करता है, उसका विनाश हो जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘और यही होगा। मुझे लगता है कि हिंदू समुदाय को ऐसे लोगों को सत्ता में नहीं आने देना चाहिए...जिनका एकमात्र उद्देश्य सत्ता है। राहुल गांधी लगातार हिंदू विरोधी बयान देते रहते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हिंदुओं के हितों की परवाह करने वाले लोग केंद्र और राज्य सरकारों में बैठें।’’
पहलगाम आतंकी हमले के बारे में उन्होंने कहा कि जिहादी हिंसा हर जगह बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘पहलगाम में जिस तरह से निर्दोष लोगों की हत्या की गई, जिस तरह से उनकी निर्मम हत्या करने से पहले उनका धर्म पूछा गया - यह उस कहावत पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता।’’
जाति जनगणना कराने के सरकार के फैसले पर विहिप के रुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर पूरे समाज की जनगणना कराई जाए तो बहुत सी बातें सामने आएंगी। लेकिन मुझे लगता है कि संपूर्ण जनसंख्या की जाति जनगणना का विषय थोड़ा अलग हो गया है।’’
परांडे ने कहा कि हालाँकि विहिप का मानना है और वह इस लक्ष्य के लिए काम करती है कि हिंदू समुदाय जाति से ऊपर उठे और एकजुट हो।
उन्होंने कहा कि चूंकि सरकार ने फैसला कर लिया है और कई लोगों की मांग है, इसलिए जाति जनगणना लागू की जाएगी।
परांडे ने कहा कि विहिप हिंदू समाज को एकजुट रखने, समुदाय के सदस्यों में राष्ट्रवादी चरित्र और देशभक्ति को बढ़ाने के उद्देश्य से काम कर रही है।
भाषा नेत्रपाल