भारत, ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता संपन्न, दोहरे अंशदान करार पर भी बात बनी
प्रेम प्रेम अजय
- 06 May 2025, 08:28 PM
- Updated: 08:28 PM
नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) भारत और ब्रिटेन ने लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के साथ दोहरा अंशदान समझौता भी मंगलवार को पूरा कर लिया। इन समझौतों से दोनों देशों में व्यापार, निवेश, वृद्धि और रोजगार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से फोन पर बात होने के बाद इन समझौतों के संपन्न होने की घोषणा की। यह ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद उसका सबसे बड़ा व्यापारिक समझौता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के रूप में, भारत और ब्रिटेन ने दोहरे अंशदान समझौते के साथ एक महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को सफलतापूर्वक संपन्न किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन एवं नवोन्मेषण को बढ़ावा देंगे।’’
भारत ने कहा कि वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को लेते हुए ‘संतुलित, न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी’ एफटीए के संपन्न होने से द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि, रोजगार के नए अवसर पैदा होने, जीवनस्तर में सुधार और दोनों देशों में नागरिकों की समग्र बेहतरी में सुधार होने की उम्मीद है।
बयान के मुताबिक, ‘‘यह समझौता दोनों देशों के लिए वैश्विक बाजारों के लिए उत्पादों और सेवाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने की नई संभावनाओं के भी द्वार खोलेगा।’’
दोनों देशों के नेताओं ने इसे द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, नवाचार और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा।
बयान के मुताबिक, ‘‘दोनों पक्षों का मानना है कि दुनिया की दो बड़ी और खुली बाजार अर्थव्यवस्थाओं के बीच ऐतिहासिक समझौते व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलेंगे, आर्थिक संबंधों को मजबूत करेंगे और लोगों के बीच संबंधों को गहरा करेंगे।’’
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गठजोड़ को मजबूत करना और व्यापार बाधाओं को कम करना एक मजबूत एवं अधिक सुरक्षित अर्थव्यवस्था देने के लिए लाने वाले बदलाव का हिस्सा है।
स्टार्मर के कार्यालय ने कहा कि यह सौदा ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में अरबों डॉलर जोड़ेगा, वेतन बढ़ाएगा और इस सरकार की बदलाव की योजना को पूरा करेगा।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा, ‘‘व्यावहारिकता और उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, दोनों नेताओं ने यह उल्लेख किया कि यह ऐतिहासिक समझौता यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद से ब्रिटेन का सबसे बड़ा व्यापारिक समझौता है जबकि भारत द्वारा अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी समझौता है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में निर्णायक नेतृत्व के लिए स्टार्मर को भी धन्यवाद दिया।
भाषा प्रेम प्रेम