दिल्ली: ‘आप’ शासित पंजाब के पानी रोकने के विरोध में भाजपा ने केजरीवाल के आवास पर किया प्रदर्शन
जितेंद्र रंजन
- 06 May 2025, 07:21 PM
- Updated: 07:21 PM
नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली के विधानसभा चुनावों में हार का बदला लेने के लिए पंजाब से राष्ट्रीय राजधानी को मिलने वाला पानी पर रोकने का आरोप लगाते हुए उनके आवास के निकट प्रदर्शन किया।
पंजाब में ‘आप’ की सरकार है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर और तख्तियां ली हुईं थीं।
प्रदर्शनकारियों ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के खिलाफ नारे लगाए।
सचदेवा ने आरोप लगाया, “दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार से बौखलाए केजरीवाल दिल्ली के लोगों से बदला ले रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उनकी पार्टी की सरकार दिल्ली के लोगों को पानी रोककर और उन्हें प्यासा रहने पर मजबूर करके उन्हें वंचित क्यों कर रही है।”
फिरोज शाह रोड पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, मनोज तिवारी, कमलजीत सहरावत और बांसुरी स्वराज तथा दिल्ली से पार्टी विधायकों ने हिस्सा लिया।
सचदेवा ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए यहां आए हैं कि दिल्ली के लोगों को उनके हिस्से का पानी मिले।”
तिवारी ने आरोप लगाया कि जिस तरह पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को जल संकट का सामना करना पड़ा, ठीक उसी तरह विधानसभा चुनाव में ‘आप’ की हार के कारण केजरीवाल दिल्ली के पानी में बाधा डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव के कारण दिल्ली का पानी रोके जाने के समय को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
पंजाब में ‘आप’ सरकार द्वारा हरियाणा को और अधिक पानी देने से इनकार करने के बाद जल-बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद हरियाणा में भाजपा सरकार ने कहा कि वह राज्य के ‘पानी के उचित हिस्से’ की रक्षा करेगी।
दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने इससे पहले दिन में ‘आप’ के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी को उसके हिस्से के पानी से वंचित करने की ‘साजिश’ में लिप्त होने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा कि पिछले छह दिनों में दिल्ली की आपूर्ति लगातार कम की जा रही है।
वर्मा ने कहा कि जल आपूर्ति एक मई को 88 क्यूसेक कम की गयी थी, जो पांच मई को 130 क्यूसेक की गयी।
भाषा जितेंद्र