राजस्थान के कई इलाकों में बारिश, अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे
पृथ्वी सुरेश
- 06 May 2025, 03:25 PM
- Updated: 03:25 PM
जयपुर, छह मई (भाषा) पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीते 24 घंटे में राजस्थान के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
तेज हवाओं के कारण सोमवार दोपहर पाली में चलती मालगाड़ी से चार खाली कंटेनर गिर गए। सोमवार रात को आए आंधी के कारण बांसवाड़ा में कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में मेघ गर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश एवं आंधी का दौर अगले 4-5 दिन जारी रहने की संभावना है।
विभाग के अनुसार, ‘‘मंगलवार सुबह तक के 24 घंटों के दौरान राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक 56 मिलीमीटर बारिश वल्लभनगर (उदयपुर) में दर्ज की गई।’’
इस दौरान राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान चूरू में 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.2 डिग्री कम है। वर्तमान में आंधी-बारिश के प्रभाव से अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया जा रहा है, जो सामान्य से पांच से 15 डिग्री सेल्सियस तक कम है।
इसके अनुसार, आज भी वायुमंडीय परिसंचरण राज्य के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से आगामी 2-3 दिन दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर, कोटा संभाग के कुछ भागों में तेज मेघ गर्जन होने एव 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने तथा कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज होने की संभावना है। आज जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर संभाग में भी कहीं-कहीं हल्की मध्यम बारिश व मेघगर्जन होने की संभावना है।
इसी तरह राज्य के दक्षिणी पूर्वी व पश्चिमी भागों में अगले 4-5 दिन मेघगर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश व आंधी का दौर जारी रहने की संभावना है। आंधी-बारिश में 12-13 मई से कमी आने तथा तापमान में तीन से पांच डिग्री बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पाली में सोमवार दोपहर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर आंधी के कारण चलती मालगाड़ी से चार खाली शिपिंग कंटेनर गिर गए।
मारवाड़ जंक्शन रेलवे पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक देवाराम ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और कंटेनरों को रेललाइन से दूर रखा गया है। उन्होंने बताया कि तेज हवाओं के कारण यह घटना हुई।
बांसवाड़ा में सोमवार रात अंधड़े के कारण कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह यादव ने समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यकतानुसार राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
भाषा पृथ्वी