प्रशासन को अहमदाबाद में अवैध बांग्लादेशियों के बारे में पता था, लेकिन उसने कार्रवाई नहीं की: गोहिल
अमित दिलीप
- 05 May 2025, 07:48 PM
- Updated: 07:48 PM
अहमदाबाद, पांच मई (भाषा) कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने सोमवार को दावा किया कि प्रशासन को अहमदाबाद के चंडोला तालाब क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की मौजूदगी के बारे में पता था, लेकिन निहित स्वार्थ के कारण इतने वर्षों तक कार्रवाई नहीं की गई।
गोहिल ने संवाददाताओं से बात करते हुए उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने तालाब के पास सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण होने दिया।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को उन गरीब भारतीयों को वैकल्पिक आवास और सहायता उपलब्ध करानी चाहिए, जिनके घर हाल ही में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान ध्वस्त कर दिये गये।
अहमदाबाद नगर निगम और शहर की पुलिस ने चंडोला तालाब के पास बड़े पैमाने पर अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया था, जिसमें क्षेत्र से अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लेने के बाद लगभग 2000 घरों को ढहा दिया गया था।
गोहिल ने कहा कि चंडोला तालाब क्षेत्र में वर्षों से अवैध रूप से रह रहे लगभग 180 बांग्लादेशी नागरिकों को पहलगाम आतंकवादी हमले के तुरंत बाद हिरासत में लेना यह दर्शाता है कि प्रशासन को उनके बारे में अच्छी तरह पता था, लेकिन निहित स्वार्थ के कारण उसने कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद में इतने सारे बांग्लादेशी नागरिकों के बसने और इतने लंबे समय तक रहने के लिए कौन जिम्मेदार है? भाजपा गुजरात और केंद्र में सत्ता में है, लेकिन इतने वर्षों में इस संबंध में कभी कोई जांच नहीं की गई।’’
उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवालिया निशान है। गोहिल ने दावा किया कि चंडोला तालाब में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के पीछे कथित मुख्य षड्यंत्रकारी को भाजपा द्वारा “कांग्रेस के खिलाफ काम करने” के लिए संरक्षण दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने अपने हित के लिए अवैध अतिक्रमण के मुख्य षड्यंत्रकर्ता को पनाह दी। मुख्य षड्यंत्रकर्ता ने कांग्रेस के खिलाफ काम करके चुनावों के दौरान भाजपा की मदद की।’’
कांग्रेस नेता गोहिल ने कहा कि भाजपा को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि चंडोला के निवासी हिंदू हैं, मुसलमान हैं या बांग्लादेशी हैं। उन्होंने कहा, "राजनीतिक लाभ के लिए भाजपा आपराधिक तत्वों को पनाह देती है और यह इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।’’
उन्होंने कहा कि स्थानीय कांग्रेस पार्षद ने 2021 और 2023 में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) को पत्र लिखकर इलाके में अतिक्रमण और अवैध निर्माण करने के लिए मुख्य षड्यंत्रकर्ता और दो अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
गोहिल ने कहा कि कांग्रेस तालाब क्षेत्र में अतिक्रमण रोधी अभियान से प्रभावित गरीबों के साथ खड़ी है और अगर वे इसके लिए आगे आते हैं, तो उनकी कानूनी लड़ाई में समर्थन देगी।
गोहिल ने कहा, ‘‘हम राष्ट्रीय हित और राष्ट्रीय एकता को लेकर सरकार के साथ हैं। लेकिन जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर हम सवाल उठाएंगे। मेरा पहला सवाल यह है कि इन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अतीत में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्योंकि पहलगाम आतंकवादी हमले के तुरंत बाद उनके खिलाफ इतनी तेजी से कार्रवाई से पता चलता है कि प्रशासन को उनकी मौजूदगी के बारे में पता था।’’
बाईस अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास आतंकवादियों ने 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
कांग्रेस नेता गोहिल ने कहा, ‘‘अपनी विफलता को छिपाने के लिए आप गरीब भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। हम गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाने और उनकी बिजली और पानी की आपूर्ति काटने की इस अमानवीय गतिविधि पर आंखें नहीं मूंद सकते।’’
उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों ने पैसे और वोट के लिए गरीबों को इलाके में घर बनाने दिया। उन्होंने कहा कि इन लोगों में हिंदू, दलित और मुसलमान शामिल हैं।
कांग्रेस नेता गोहिल ने उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने गरीब लोगों को तालाब क्षेत्र में घर बनाने दिया।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह उनके घरों को ध्वस्त किये जाने से पहले उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, नोटिस जारी करने, वैकल्पिक आवास प्रदान करने और सहायता की पेशकश करने सहित उचित प्रक्रिया का पालन करे।
भाषा अमित